पुतिन के पिता व्लादिमीर स्पिरिदोनोविच पुतिन(1911-1999) सोवियत नेवी में काम करते थे। वहीं मां मारिया इवानोव्ना शेलोमोवा(1911-1998) एक फैक्टरी में मजदूर थीं। पुतिन ने भी कारखाने में फोरमैन की नौकरी की। इसके बाद 1930 के दशक में वे पनडुब्बी बेड़े में सेवाएं देने लगे। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वे गुरिल्ला सिपाही बने। घात लगाकर दुश्मनों को मारने में माहिर। युद्ध के बाद वे कारखाने में काम करने लगे।
पुतिन को फिल्में देखने का बड़ा शौक रहा है। वे जासूसी फिल्में देखा करते थे। पुतिन को रूसी के अलावा पुतिन और जर्मन भाषाओं को ज्ञान है। राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने अंग्रेजी सीखी।
यह तस्वीर 2018 की है, जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच शिखर सम्मेलन के दौरान अनौपचारिक मुलाकात हुई थी।