अफगान में गण नहीं 'GUN तंत्र' चलेगा: तालिबान की क्रूरता ने एक मुल्क को नरक में बदल दिया, देखें शॉकिंग Pics

काबुल. ये तस्वीरें साबित करती हैं कि अफगानिस्तान में अब लोकतंत्र नहीं, GUN तंत्र चलेगा। तालिबान का सह-संस्थापक(co-founder) और राजनीतिक प्रमुख मुल्ला बरादर अफगानिस्तान का राष्ट्रपति हो सकता है। उसने दो टूक कह दिया है कि अफगानिस्तान में इस्लामिक कानून ही चलेगा। इससे साफ हो जाता है कि अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति सबसे बदतर होने वाली है। ये तस्वीरें लॉस एंजिलिस(Los Angeles Times) के विदेश संवाददाता और फोटो जर्नलिस्ट मार्कस याम(Marcus Yam) ने अपने twitter हैंडल पर शेयर की हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Aug 19, 2021 4:34 AM IST / Updated: Aug 19 2021, 10:08 AM IST
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अफगान में गण नहीं 'GUN तंत्र' चलेगा: तालिबान की क्रूरता ने एक मुल्क को नरक में बदल दिया, देखें शॉकिंग Pics

यह तस्वीर बैंगलोर-भारत के रहने वाले जर्नलिज्म के एक स्टूडेंट ने अपने twitter हैंडल पर शेयर की है। जो दिखाती है कि अफगान में अभी भी कुछ बहादुर महिलाएं हैं। फोटो में एक महिला तालिबान लड़ाकों से बहस करते हुए।

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ये तस्वीरें twitter पर शेयर करते हुए मार्कस याम(Marcus Yam)लिखते हैं कि तालिबान लड़ाके हजारों अफगानों पर अपना नियंत्रण बनाए रखने के लिए गोलियां, चाबुक, लाठी और तेज हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है। 

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मार्कस याम(Marcus Yam) द्वारा twitter पर शेयर ये तस्वीरें अफगानिस्तान में तालिबान की क्रूरता दिखाने काफी हैं। वे लिखते हैं-जैसे ही ये लोग बाहर निकलते हैं, तालिबान उन पर हमला कर देता है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं।

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बता दें कि मार्कस याम (Marcus Yam) एयरोस्पेस इंजीनियर( aerospace engineer) हैं। वे अंतरिक्ष यात्री (astronaut) बनने का सपना देखते थे। लेकिन मानवीय संवेदनाएं उन्हें इस प्रोफेशन में ले आईं। अफगानिस्तान की स्थिति ने उन्हें झकझोरकर रख दिया है।

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मार्कस याम(Marcus Yam) द्वारा twitter पर शेयर इस तस्वीर में देख सकते हैं कि लोग तालिबान के खिलाफ खड़े होना चाहते हैं, लेकिन मौत का डर उन्हें भागने पर मजबूर कर रहा है।

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मीडिया को डरा धमका रहे तालिबानी
ये हैं CNN की मुख्य अंतरराष्ट्रीय संवाददाता CNN Chief International Correspondent) क्लेरिसा वार्ड (Clarissa Ward) जब बुधवार को ये और इनकी टीम काबुल हवाई अड्डे पर कवरेज कर रही थी, तब तालिबानी लड़ाके भीड़ पर गोलीबारी कर रहे थे। वे कोड़े बरसा रहे थे। गोलियां चला रहे थे। जर्नलिस्ट ने लिखा कि यह एक भयानक क्षण था, जब कैमरे को देखकर उन्होंने धमकी दी थी।

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तालिबानी लड़ाके काबुल में एक चेकपोस्ट पर बैठे हुए। इस तरह के दृश्य अब अफगानिस्तान में आम हैं। लोगों को नियंत्रण करने ये लड़ाके किसी भी हद तक जा सकते हैं। फोटो साभार:रायटर

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यह तस्वीर काबुल हवाई अड्डे की है। पहले कभी ऐसा मंजर नहीं दिखाई दिया। तालिबान भले कहे कि किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा, लेकिन लोगों को उस पर भरोसा नहीं। सब देश छोड़कर जाना चाहते हैं।

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