काबुल. अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान खुद को उदार साबित करने में लगा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नागरिकों की सुरक्षा की बात कर रहा है। महिलाओं की शिक्षा और अधिकारों की बात कर रहा है, लेकिन डेली मेल की एक रिपोर्ट बताती है कि काबुल में स्थिति इसके ठीक उलट है। तालिबान के साथ कुछ नहीं बदला है। 1996 से लेकर 2001 तक तालिबान ने जिस तरह से अफगानिस्तान में दहशत फैलाई थी, आज भी वैसे ही कर रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान के क्रूरता की कुछ तस्वीरें...