वुहान लैब की शॉकिंग फोटो आईं सामने, जिस रेफ्रिजरेटर में रखे थे कोरोना समेत 1500 वायरस, टूटी थी उसकी सील

वुहान. कोरोना वायरस का कहर दुनिया के 200 से ज्यादा देशों पर है। अब तक इससे 1.60 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वुहान से निकले इस वायरस के लिए चीन को जिम्मेदार माना जा रहा है। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देश चीन को कोरोना वायरस फैलने के लिए दोषी ठहरा रहे हैं। चीन और कोरोना वायरस को लेकर रोज ऐसे दावे हो रहे हैं, जिनसे यह आरोप सही सिद्ध होते जा रहे हैं। चीन को लेकर अब एक और खुलासा हुआ है। वुहान की जिस लैब को कोरोना फैलने के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है, उसकी कुछ फोटो सामने आईं हैं। वे काफी शॉकिंग हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 19, 2020 6:49 AM IST

116
वुहान लैब की शॉकिंग फोटो आईं सामने, जिस रेफ्रिजरेटर में रखे थे कोरोना समेत 1500 वायरस, टूटी थी उसकी सील

वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी के अंदर की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। इन तस्वीरों में दिख रहा है कि जिस रेफ्रिजरेटर में 1500 प्रकार के वायरस रखे थे, जिसमें चमगादड़ से फैलने वाला कोरोना वायरस भी शामिल था, उसकी सील टूटी थी। 

216

ये तस्वीरें सबसे पहले अमेरिका के सरकारी अखबार चाइना डेली में 2018 में छपी थी। इन्हें हाल ही में ट्विटर पर भी शेयर किया गया था। बाद में इन्हें डिलीट कर दिया गया। 

316

इस फोटो पर एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा था, इससे ज्यादा अच्छी सील तो मैं किचन में अपने फ्रिज में रखता हूं। 

416

इससे पहले एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि वुहान की लैब से एक इंटर्न की गलती से कोरोना वायरस लीक हुआ। 

516

अमेरिकी चैनल फॉक्स न्यूज ने दावा किया है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी में काम करने वाली एक इंटर्न से गलती से लीक हुआ था। इस रिपोर्ट पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी प्रतिक्रिया दी थी।

616

ट्रम्प ने इस मामले की जांच कराने की बात कही थी। चैनल ने दावा किया था कि जिस इंटर्न की गलती से यह वायरस फैला, उससे वह भी संक्रमित हो गई थी। इसके बाद उसका ब्वॉयफ्रेंड संक्रमित हुआ। बाद में यह फैलता चला गया।
 

716

इससे पहले डेली मेल ने खुलासा किया था, चीन के वुहान में स्थित जिस लैब से कोरोना फैलने की बात कही जा रही है, उसमें अमेरिकी सरकार द्वारा दी गई आर्थिक मदद से चीन की गुफाओं से निकाले गए चमगादड़ों पर रिसर्च चल रही थी।

816

रिपोर्ट के मुताबिक, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी में 1000 मील दूर यूंनान की गुफाओं से लाए गए चमगादड़ों पर रिसर्च चल रही थी। इस रिसर्च के लिए अमेरिकी सरकार से 10 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद भी मिली थी।

916

वुहान में यह लैब मांस मार्केट के पास है। इस लैब पर पहले भी ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि यहीं से कोरोना वायरस निकला। पहले यह वायरस यूंनान की गुफाओं के चमगादड़ों में ही पाया गया था। बाद में ऐसा कहा गया कि वुहान के मांस मार्केट से यह जानवरों से इंसानों में पहुंचा।

1016

डेली मेल के मुताबिक, लैब में कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिनसे यह पता चलता है कि उस लैब में चमगादड़ों पर प्रयोग चल रहे थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट में पहले भी कहा जा चुका है कि यह वायरस किसी लैब से निकला है।
 

1116

हालांकि, वुहान इंस्टिट्यूट अपने ऊपर लगे ऐसे आरोपों को हमेशा से नकारता रहा है। इस इंस्टिट्यूट को चीनी सरकार ने 2003 के बाद बनाया था। तब चीन में सार्स वायरस फैला था। सार्स कोरोना का ही एक वायरस था जिसने 775 लोगों की जान ली थी। दुनियाभर में 8 हजार लोग उससे संक्रमित हुए थे।

1216

इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि वुहान की लैब में चमगादड़ों पर प्रयोग चल रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक, लैब का एक वैज्ञानिक भी संक्रमित हो गया था। इसके बाद यह अन्य लोगों में फैला।

1316

चीन पर मौत के आंकड़े छिपाने का भी आरोप: इससे पहले चीन ने अचानक वुहान में मरने वालों की संख्या 50% बढ़ा दी थी। यहां मरने वालों की संख्या में 1290 नए नाम जोड़े गए थे। 
 

1416

इस पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी चीन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि कई देश मौत की संख्या छिपा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि कई देशों के मौत के आंकड़ों पर यकीन कर पाना मुश्किल है।

1516

उन्होंने कहा था कि अमेरिका में पूरी दुनिया की 20% मौतें हुईं, जबकि अमेरिका की आबादी पूरी दुनिया में सिर्फ चार फीसदी है।
 

1616

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में मीडिया से बात में कहा था, यह सोचना गलत है कि चीन ने कोरोना का मुकाबला अच्छे से किया, स्पष्ट रूप से वहां ऐसी चीजें हुई हैं, जिनके बारे में दुनिया को नहीं पता। 

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos