Explained: जानिए पूर्वी यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए रूस क्या अपना रहा रणनीति

रूस ने बीते  24 फरवरी की सुबह यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर दिया। यह अभियान जिस तरीके से शुरू हुआ, उसे देखकर लगता है कि इसके लिए रूस की ओर से पहले ही खास रणनीति बना ली गई थी। इस रणनीति को अमल में लाने के लिए रूस की सरकार, प्रशासन और सेना की ओर से बेहद अनुशासित तरीके से तैयारी की गई थी। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 26, 2022 8:21 AM IST / Updated: Feb 26 2022, 01:58 PM IST

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Explained: जानिए पूर्वी यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए रूस क्या अपना रहा रणनीति

रूस की सेना जैसे-जैसे यूक्रेन में आगे बढ़ती जा रही है, वहां के नागरिकों की सुरक्षा की चिंता और गहरी हो रही है। आने वाले 24 घंटे खार्किव शहर के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे। यह शहर उदा, लोगान और खार्किव नदियों के संगम पर स्थित है। इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने 25 फरवरी को एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन पर रूस के अधिग्रहण का समय अब बेहद करीब है। रूसी सैनिकों ने शहरी सीमा क्षेत्र के बाहर टैंक और बख्तरबंद वाहन तैनात कर दिए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस की ओर से बीते 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का जो ऐलान हुआ, वह बेहद सुनियोजित तरीके से बनाई गई रणनीति के तहत अंजाम दिया गया। 

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स्टडी फॉर द वार की ओर से युद्ध के दौरान यूक्रेन में रूसी सैनिकों के नियत्रंण के आंकलन वाली एक रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि 25 फरवरी को रूसी सैनिक रात करीब साढ़े 11 बजे तक सक्रिय रहे। शुरुआत में, रूसी सैनिकों ने डोनबास क्षेत्र में स्थित डीपीआर और एलपीआर में हमले किए। ये दोनों वो क्षेत्र हैं, जिन्हें पुतिन सरकार ने हाल ही में स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर मान्यता दी है। युद्ध के दौरान रूसी सैनिकों की रणनीति सिर्फ यूक्रेन के सैनिकों पर हमला करने की होती है। वे अब पूर्वी यूक्रेन शहरों पर अपना कब्जा जमाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि, यहां यह गौर करने वाली बात है कि रूसी सेना ने अभी केवल थल और वायु सेना को ही युद्ध में शामिल किया है। नौसेना को अभी स्टैंडबाइ मोड पर रखा गया है। आइए उन चार रणनीतियों को समझते हैं, जिन्हें रूसी सेना यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए अमल में ला रही है। ये हैं बेलारूस/कीव, खार्किव, डोनबास और क्रिमिया-खेरसन। 

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बेलारूस/कीव 
बीते 25 फरवरी को रूसी सैनिकों ने कीव के बाहरी इलाके निप्रो के पश्चिमी तट पर प्रवेश किया। रूस के सैनिक बिना वर्दी शहर में सक्रिय हैं और तोड़फोड़ कर रहे हैं। हालांकि, यूक्रेन के सैनिक उनकी पहचान करके उन पर कार्रवाई में जुटे हैं। रूसी सैनिकों ने फिलहाल चेर्निहाइ शहर की ओर से अपना ध्यान हटा लिया है। रूस के 76वें वीडीवी एयरबोर्न इकाई ने इसकी जगह बेलारूस के दक्षिण-पूर्वी इलाके पर ध्यान केंद्रित किया है। यहां से कीव पर कब्जा बेहद आसान हो जाएगा।   

खार्किव 
रूसी सैनिक खार्किव शहर के भी बेहद नजदीक हैं। शहरी सीमा के बाहर बख्तरबंद गाड़ियां और टैंक तैनात कर दिए गए हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही रूसी सैनिक का इस शहर पर कब्जा हो जाएगा। 

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डोनबास 
रूस की रणनीति थी कि यूक्रेन के सैनिकों का ज्यादा से ज्यादा पूर्वी क्षेत्र में भ्रमित करके रखा जाए। यही वजह है कि यूक्रेन ने डोनबास क्षेत्र को सुरक्षित करने में ज्यादा ताकत का इस्तेमाल किया। 

क्रिमिया-खेरसन 
रूसी सैनिकों ने क्रिमिया के उत्तरी क्षेत्र में खेरसन शहर को कब्जे में कर लिया है। इसके अलावा, कुछ ही घंटों में मेलिटोपोल पर कब्जा हासिल कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी सैनिक अब पश्चिम का रुख कर रहे हैं।

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