किसी की आंखें हुईं बंद, किसी को गोद में लेकर भागे...अफगानिस्तान मस्जिद में ब्लास्ट के बाद ऐसा था मंजर
काबुल. पूर्वी अफगानिस्तान में मस्जिद के अंदर विस्फोट हुआ है, जिसमें अब तक 62 लोगों की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार की नमाज के दौरान मस्जिद में आत्मघाती बम विस्फोट हुआ। जिस समय विस्फोट हुआ सभी लोग नमाज के लिए इकट्ठा हुए थे। नंगरहार के प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्लाह खोगयानी ने कहा कि विस्फोट हस्का मेना जिले की एक मस्जिद के अंदर हुआ। खोगयानी ने कहा, "विस्फोट की वजह से छत गिर गई, जिसमें कम से कम 62 लोगों के मारे जाने और 36 लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है।"
Asianet News Hindi | Published : Oct 19, 2019 7:49 AM IST / Updated: Oct 19 2019, 02:14 PM IST
स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की कि नंगरहार प्रांत में एक मस्जिद के अंदर दो विस्फोट में 62 लोगों की मौत 36 लोग घायल।
खबरों के मुताबिक घटना हस्का मेयना जिले के जबड़ा इलाके में स्थानीय समयानुसार दोपहर 2 बजे हुई।
राज्यपाल के प्रवक्ता अताउल्लाह खोगयानी ने कहा कि फिलहाल इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि मस्जिद पर आत्मघाती हमला हुआ है या किसी अन्य प्रकार की बमबारी से हमला किया गया है।
मस्जिद में हुए इस हमले में मारे गए लोगों और घायलो में पुरुष और बच्चे शामिल हैं।
इस हमले की अभी तक किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन तालिबान और इस्लामिक स्टेट का हमले में हाथ होने की संभावना है। दोनों ही आतंकी संगठन पूर्वी अफगानिस्तान खासकर नंगरहार प्रांत में सक्रिय हैं।
नंगरहार प्रांत में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ज़हीर आदिल ने कहा कि घायलों में से 23 को जलालाबाद में स्थानांतरित कर दिया गया और बाकियों को इलाज के लिए हास्कामेना जिला क्लिनिक में भर्ती कराया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2018 की तुलना में लोगों के मारे जाने की संख्या में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस साल के पहले नौ महीनों में 2,563 नागरिक मारे गए और 5,676 घायल हुए। जुलाई से सितंबर इस साल अब तक के सबसे घातक महीने थे।