गोले बारूद से दहलती है धरती, हर कदम पर मौत...इस बीच इस लड़की ने जो किया, दुनिया में हो रही है तारीफ

Published : Jan 17, 2020, 07:33 PM ISTUpdated : Jan 18, 2020, 12:40 PM IST

काबुल. अफगानिस्तान में आए दिन आतंकी हमलों की खबरें आती हैं। यहां आतंकी संगठन तालिबान और अमेरिकी फौजों के बीच भी संघर्ष जारी है। जहां एक ओर यहां कोई ये नहीं सोच सकता कि कल उसके साथ क्या होगा? ऐसे में फाहिमा मीरजाई ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक डांस स्कूल खोला है। उनका मकसद लोगों के मन से आतंकी माहौल का तनाव कम करना और आत्म शांति लाना। 

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गोले बारूद से दहलती है धरती, हर कदम पर मौत...इस बीच इस लड़की ने जो किया, दुनिया में हो रही है तारीफ
समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, यहां 20 साल की उम्र से कम कई लड़कियों ने उनकी क्लास को जॉइन भी किया है। वे यहां 'समा' सीखने आती हैं। समा यहां का पारंपरिक नृत्य है, जिसे 13वीं शताब्दी में अफगान में पैदा हुए जलालुद्दीन मोहम्मद रूमी में खोजा था।
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यह नृत्य मुख्य तौर पर सूफीवाद से जुड़ा है, और पूरे मुस्लिम दुनिया में फैला है। नृत्य सूफीवाद का ही एक हिस्सा है, यह इस्लाम में अल्लाह की आंतरिक खोज पर जोर देता है। इस्लामी आतंकवादी इन परंपराओं के खिलाफ हैं। कई मुस्लिम देशों में सूफी धार्मिक स्थलों पर हमले भी किए गए हैं।
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फाहिमा का यह स्कूल काबुल के पश्चिमी इलाके में स्थित हैं, जहां कई आतंकी हमले हुए हैं। फाहिमा कहती हैं, मैं समा का आनंद लेती हूं। जब मैं यह डांस करती हूं तो मुझे शांति मिलती है। इसके अलावा उदासीनता और जीवन की कठिनाई भी चली जाती हैं।
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उन्होंने बताया, इस डांस के चलते उनका और उनके छात्रों का जीवन भी बदल गया है। उनके स्टूडेंट्स में भी काफी बदलाव आए हैं। उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। अब वे काफी खुश रहने लगे हैं।
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तालिबान के शासन के अंत होने के बाद से महिलाओं ने अफगानिस्तान में कड़े संघर्ष किए हैं। अमेरिका तालिबान के साथ युद्ध को खत्म करना चाहता है, माना जा रहा है कि इससे यहां सामाजिक गतिविधियों, शिक्षा में सुधार हो सकता है।

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