पुलिस-प्रशासन की ओर से सरकार को जो रिपोर्ट भेजी गई है, उसके मुताबिक राम रहीम पर बागपत में कोई भी आपराधिक केस दर्ज नहीं है। इसलिए जेल से बाहर आने के बाद उसके बरनावा आश्रम में रहने से पुलिस-प्रशासन को कोई परेशानी नहीं है।
रोहतक : डेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda) के संचालक गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को चार महीने में दूसरी बार पैरोल मिल गई है। इस बार वह एक महीने के लिए जेल से बाहर आया है। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे कड़ी सुरक्षा के बीच राम रहीम जेल से बाहर निकला और सीधे बागपत स्थित अपने आश्रम पहुंचा। बता दें वह अपनी दो साध्वियों से रेप और दो लोगों की हत्या का दोषी है। रोहतक (Rohtak) की सुनारिया जेल में बंद है।
बरनावा आश्रम नया ठिकाना
दुष्कर्म और हत्या के मामले में सजा काट रहे राम रहीम ने एक महीने के पैरोल के लिए अप्लाई किया था। उसने बताया था कि पैरोल की अवधि में उसका ठिकाना बागपत का बरनावा आश्रम होगा। सरकार की तरफ से इसको लेकर बागपत प्रशासन से रिपोर्ट भी मांगी गई थी। जिला प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह की आपत्ति नहीं मिलने के बाद उसके पैरोल को मंजूर कर लिया गया।
फरवरी में 21 दिन का पैरोल
बता दें कि इससे पहले इसी साल फरवरी में उसे 21 दिन की पैरोल मिली थी। सात फरवरी को गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर आया था और 28 फरवरी को उसकी पैरोल अवधि समाप्त हुई थी। उसके बाद उसे सुनारिया जेल लाया गया था। उससे पहले पिछले साल बीमार मां से मिलने के लिए उसे एक दिन की इमरजेंसी पैरोल मिली थी। फरवरी में जब वह जेल से बाहर आया था, तब जान का खतरा बताते हुए सरकार ने उसे जेड प्लस सुरक्षा दी थी। तब वह ज्यादातर समय अपने गुरुग्राम आश्रम में ही रहा।
उम्रकैद की सजा काट रहा है राम रहीम
राम रहीम 20 साल की सजा काट रहा है। सिरसा स्थित अपने आश्रम में दो महिला अनुयायियों से दुष्कर्म के मामले में उसे सजा मिली है। अगस्त 2017 में पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने उसे दोषी करार दिया था। इसके अलावा पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या मामले में भी राम रहीम को उम्रकैद की सजा मिली है।
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