Breast Cancer Awareness Month: इन 5 चीजों से बढ़ता है स्तन कैंसर का खतरा, करें अवॉइड

अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के तौर पर मनाया जाता है। ब्रेस्ट कैंसर से बचाव का सबसे बेहतर तरीका यही है कि इसके लक्षणों को लेकर जागरूक रहा जाए और खान-पान व जीवनशैली में जरूरी बदलाव लाया जाए।

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2019 6:43 AM IST / Updated: Oct 08 2019, 12:18 PM IST

हेल्थ डेस्क। अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है। इस महीने में इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए महिलाओं को जागरूक करने की कोशिश की जाती है। ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए इसके लक्षणों को लेकर जागरूक रहने के साथ खान-पान व जीवनशैली में बदलाव लाना जरूरी है। बता दें कि पहले की तुलना में अब ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं। पहले यह बीमारी होने की संभावना उन महिलाओं को ज्यादा होती थी, जिनकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा हो गई हो। लेकिन अब किसी भी उम्र में स्तन कैंसर के मामले देखने को मिल रहे हैं। जागरूकता के अभाव में इसके लक्षणों को महिलाएं समझ नहीं पाती हैं और जब बीमारी काफी बढ़ जाती है, तब इसका पता चलता है। समय रहते स्तन कैंसर का पता चल जाने पर इसे दूर किया जा सकता है। इसके अलावा खान-पान संबंधी कुछ सावधानियां बरत कर भी स्तन कैंसर से बचाव किया जा सकता है। जानते हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिन्हें ज्यादा खाने से स्तन कैंसर के होने की संभावना बढ़ जाती है।

1. दूध और इससे बनी चीजें
दूध को एक संपूर्ण आहार माना गया है और हर उम्र में इसका इस्तेमाल फायदेमंद बताया गया है। लेकिन भारत में दूध की जितनी खपत है, उत्पादन उससे बहुत कम होता है। ऐसे में बड़े पैमाने पर नकली दूध का प्रचलन बढ़ा है। नकली दूध यूरिया और कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। बाजार में दूध से बनी जो मिठाइयां मिलती हैं, ज्यादातर नकली होती हैं। केमिकल मिला दूध पीने या ऐसे दूध से बनी चीजों के इस्तेमाल से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। बेहतर हो, जब तक दूध की शुद्धता की गारंटी न हो, उसके इस्तेमाल से बचें।

2. वेजिटेबल ऑयल
आजकल लोग वेजिटेबल ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इनमें पॉलीसैचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा होती है। बाजार में जो सनफ्लॉवर, सोयाबीन या कॉर्न ऑयल मिल रहे हैं, उनके इस्तेमाल से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए शुद्ध सरसों के तेल या नारियल तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।

3. प्रॉसेस्ड मीट
प्रॉसेस्ड मीट के इस्तेमाल से भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। ऐसे मीट को प्रिजर्व करने के लिए जो केमिकल्स यूज किए जाते हैं, वे बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। इनमें नमक का भी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही, इनमें जो फैट होता है, वह काफी नुकसानदेह होता है। इसके खाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसलिए नॉनवेज में मछली और अंडे के वाइट हिस्से को ही खाएं।

4. पैकेटबंद फूड
हर हाल में पैकेटबंद फूड खाने से बचना चाहिए। फास्ट फूड का सेवन भी एकदम नहीं करें। इनमें ट्रांस फैट होता है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा जाता है। ज्यादा बिस्किट, पेस्ट्रीज, केक और दूसरे कुकीज कभी-कभार खाएं। इन्हें अपने नियमित भोजन में शामिल नहीं करें।

5. ज्यादा मीठा नहीं खाएं
ज्यादा मीठा खाना स्वास्थ्य के लिए हर हाल में बुरा है। इससे डायबिटीज की समस्या तो बढ़ती ही है, ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी हो सकता है। चीनी में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट बहुत ज्यादा होता है, जिससे ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। इससे इंसुलिन जरूरत से ज्यादा बनता है, जो ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना को बढ़ाता है। मीठा खाना हो तो चीनी की जगह गुड़ या शहद का इस्तेमाल करें। गुड़ का सेवन करना अधिक सुरक्षित है। 


  

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