डेंगू के लिए रामबाण हैं मेथी के पत्ते, प्लेटलेट्स नहीं होगा कम

बरसात के समय में हर जगह मच्छरों की भरमार हो जाती है। इनसे डेंगू, चिकनगुनिया और कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। कुछ घरेलू उपायों से इन पर काबू पाया जा सकता है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 9, 2019 5:34 AM IST / Updated: Sep 09 2019, 11:08 AM IST

हेल्थ डेस्क। बरसात आते ही हर जगह मच्छरों की भरमार हो जाती है। लाख उपाय करने पर भी मच्छरों से पूरी तरह बचाव कर पाना संभव नहीं हो पाता। बरसात ही नहीं, इसके बाद भी मच्छर काफी संख्या में पनपते हैं। मच्छरों के काटने  से कई तरह की संक्रामक बीमारियां फैलती हैं। मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी मच्छरों से ही फैलती है। पर अब इनसे डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां ज्यादा होने लगी हैं। इस मौसम में अस्पतालों में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज दिखाई पड़ते हैं। डेंगू एक खतरनाक बीमारी है और अगर समय से इसका इलाज नहीं हुआ तो मौत भी हो सकती है। 

खास तरह के मच्छर से होता है डेंगू
डेंगू एक खास तरह के मच्छर के काटने से होता है। डेंगू का मच्छर दिन में काटता है और इसका लार्वा साफ पानी में पनपता है। खासकर गमले, कूलर या किसी बर्तन में कुछ समय से पानी पड़ा हुआ हो तो उसमें डेंगू मच्छर के लार्वा के पनपने की ज्यादा संभावना होती है। इसलिए इस मौसम में कहीं भी पानी जमने नहीं देना चाहिए और कूलर को हमेशा साफ कर ताजा पानी भरना चाहिए। 

क्या हैं डेंगू के लक्षण
डेंगू होने पर तेज बुखार आता है। इसमें जोड़ों और सिर में तेज दर्द होता है। इसके साथ ही प्लेटलेट्स काउंट बहुत तेजी से गिरता है। अगर प्लेटलेट्स बहुत ही कम हो गया तो जान जाने का भी डर होता है। खून की जांच से पता लगाया जा सकता है कि बुखार डेंगू है या नहीं। 

कोई दवा नहीं करती है काम 
डेंगू की कोई खास दवा अभी तक सामने नहीं आ सकी है। इसमें बुखार कम करने वाली सामान्य दवाएं ही दी जाती हैं। इसके साथ मरीज को काफी मात्रा में तरल पदार्थ पीने को कहा जाता है, जिससे प्लेटलेट्स काउंट ज्यादा नहीं गिर सके। असली खतरा प्लेटलेट्स कम होने से ही होता है। प्लेटलेट्स ज्यादा कम होने पर अलग से प्लेट्लेट ट्रांसफ्यूजन करना पड़ता है। 

मेथी के पत्ते हैं सबसे कारगर
डेंगू में सबसे ज्यादा घरेलू उपाय काम आते हैं। वैसे बुखार तेज होने पर मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी होता है, ताकि इमरजेंसी होने पर उसे सघन चिकित्सा दी जाए और प्लेटलेट्स चढ़ाया जा सके। लेकिन अगर मरीज को मेथी के पत्तों का रस पीने को दिया जाए तो उसके प्लेटलेट्स में ज्यादा गिरावट नहीं आती। मेथी के पत्तों का रस पीने से दर्द में भी आराम मिलता है और यह वाइरस को भी खत्म करता है। इससे मरीज को नींद भी ठीक आती है। मेथी के पत्तों का रस पिलाने के साथ मरीज को इसके पत्ते को पानी में भिगो कर और पानी छान कर पिलाना चाहिए। इससे प्लेटलेट्स काउंट तेजी से बढ़ता है और मरीज को जल्दी आराम मिलता है।

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