कोरोना वायरस से संक्रमित होने या फिर लक्षण मिलने पर जरूरी है कि सबसे पहले आप खुद को होम आइसोलेट कर लें। अपने दोस्तों और परिवार वालों से भी दूरी बना लें। खुद को अलग कर लें। ऐसा करने से आप दूसरों को भी संक्रमित होने से बचा सकते हैं।
हेल्थ डेस्क. भारत को पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने मेडिकल फील्ड की बुनियादी सुविधाओं पर भी सवाल खड़ा किया है। लेकिन इसके बाद भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है। प्रसिद्ध वैज्ञानिक और व्हाइट हाउस के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फाउची के अनुसार, कोरोना के खिलाफ भारत में बनी वैक्सीन कारगर है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच डबल मास्किंग को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच एम्स कोविंड-19 सेंटर के हेड डॉ अंजन त्रिखा ने कोरोना संक्रमण की सावधानियों, लक्षणों, अस्पताल में भर्ती और अन्य संबंधित मुद्दों के बारे में बताया। अगर आप खुद को संक्रमित होने से बचाना चाहते हैं तो घर के अंदर रहना जरूरी है। जब तक जरूरी न हो, बाहर जानें से जाने से बचें। इसके अलावा, जब आप बाहर जाते हैं, तो मास्क पहनें और दूसरों से उचित दूरी बनाए रखें। घर लौटने के बाद अपने हाथों और चेहरे को पानी से अच्छी तरह धो लें। ट्रांसमिशन की एक चेन तोड़ने के लिए घर पर भी मास्क पहनें। यदि आप संक्रमित हैं या फिर लक्षण हैं तो आप सबसे पहले खुद को अलग कर लें। ऐसा करने से आपको संक्रमण नहीं होगा। दोस्तों या फैमली मेंबर के साथ बैठकर खाना नहीं खाएं।
क्या घर नें भी मास्क जरूरी?
कोरोना से बचने के लिए मास्क ही सबसे प्रभावी तरीका है। अगर आप मास्क पहनते हैं तो खुद को संक्रमित होने से बचा सकते हैं। सरकार ने अपने भी अपनी नई गाइड लाइन में कहा है कि घर पर मास्क पहनना चाहिए। मास्क आपको संक्रमित होने से बचा सकता है। इसलिए वायरस बचने के लिए घर पर भी मास्क पहनना चाहिए। यदि कोई आपे घर आता है तो आप उसके सामने मास्क जरूर लगा कर रखें।
क्यों जरूरी है डबल मास्किंग?
डबल मास्किंग तब होती है जब आप एक मास्क दूसरे के ऊपर पहनते हैं ताकि आपकी नाक और चेहरे और गाल का हर हिस्सा ढंका रहे। डबल मास्किंग किसी भी संक्रमित हवा को आपकी नाक और मुंह में जाने से रोकता है। यदि आप डबल मास्क पहनते हैं, तो संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है।