खट्टी डकार और ब्लोटिंग की समस्या बनी है लगातार, तो इस जानलेवा बीमारी के हो सकते हैं संकेत, ना करें नजरअंदाज

खट्टी डकार आना, पेट में दर्द और जी मिचलना को अक्सर हम पाचन से जुड़ी समस्या मानते हैं। लेकिन इसे नजरअंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह पेट के कैंसर के कुछ आम लक्षणों में से एक हो सकते हैं। चलिए बताते हैं पेट के कैंसर के कारण, ट्रीटमेंट और इसके लक्षण।

हेल्थ डेस्क. भारत में कैंसर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। कैंसर से यहां सबसे ज्यादा मौतें होती हैं, जिसमें पेट का कैंसर दूसरा सबसे बड़ा कारण हैं। पेट का कैंसर महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ज्यादा देखने को मिलता है। 60की उम्र के पार ज्यादातर लोग इसके शिकार होते हैं। कैंसर को लेकर जागरूक होने की जरूरत है। पेट के कैंसर का लक्षण पहचाना मुश्किल होता है। यह धीरे-धीरे फैलता है और गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है। नवंबर महीने को  (Stomach cancer awareness month) के तौर पर मनाया जाता है। तो चलिए पेट के कैंसर से जुड़ी तमाम तरह की जानकारी से खुद को लैस करते हैं।

पेट के कैंसर का कारण क्या है उसके बारे में सबसे पहले जानते हैं-
धूम्रपान और तंबाकू का सेवन
मसालेदार भोजन और नमकीन खाद्य पदार्थ का सेवन ज्यादा करना
मेटल, रबर, कोल और धूल गंदगी के संपर्क में रहना
अल्सर की बीमारी लंबे वक्त तक बने रहना
जरूरत से ज्यादा वजन का होना
पेट में सूजन की समस्या होना
हेलिकोबैक्टर पाइलोरी इंफेक्शन
रेड ब्लड सेल्स की कमी
जेनेटिकल समस्या होना
शराब का आदी होना
वृद्धावस्था

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पेट के कैंसर होने के आम लक्षण क्या-क्या है जिसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए-
पेट में दर्द का हमेशा बने रहना
खाने-पीने और उसे निगलने में दर्द होना
हमेशा पेट का भरे रहना महसूस करना
खाने के बाद पेट का फूला हुआ महसूस करना
जी मिचलाना
खट्टा डकार आना
भूख नहीं लगने की समस्या
अचानक वजन गिरने लगना
मल में खून आना
हार्टबन और गैस की समस्या बने रहना


कैंसर कैसे बनता है 
कैंसर तब शुरू होता है जब कोशिका के डीएनए में म्यूटेशन यानी कोई त्रुटि आ जाती है। जिसेक बाद ये कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होती है और बढ़ती रहती है। ये कोशिकाएं मिलकर कैंसर बनाती हैं। पेट के कैंसर जिसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहते हैं ये पेट के सबसे भीतरी परत में म्यूकस प्रोडक्शन कोशिकाओं में शुरू होता है। फिर यह फैलता जाता है। पहले यह पेट के पांच लेयर ऊतकों की बनी दीवार  में फैलता है। इसके बाद ये यकृत, फेफड़े और पेरिटोनियम को चपेट में ले लेता है।

कैंसर का पता लगाने वाले टेस्ट
एंडोस्कोपी और बायोप्सी के जरिए कैंसर का पता लगाया जाता है। इसके बाद कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी और सर्जरी के जरिए इसे ठीक किया जाता है। इसे मल्टीमॉडल उपचार कहते हैं। 

पेट के कैंसर से दूर रहने के लिए क्या करें
खानपान का रखें खास ध्यान 
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए
वेट को मेंटेन रखें
हमेशा फुल बॉडी चेकअप कराएं

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