वो इंटरसेक्स पैदा हुआ और उसका प्राइवेट पार्ट नहीं था। बड़े होने पर उसमें पुरुष कैरेक्टर विकसित हुआ। जिसके बाद उसने कृत्रिम लिंग के लिए सर्जरी कराई। डॉक्टर ने सर्जरी करके उसे नया जीवन दिया। आइए जानते हैं उस शख्स और इंटरसेक्स के बारे में।
हेल्थ डेस्क. ब्रिटेन में रहने वाले रोशांते (Roshaante) इंटरसेक्स पैदा हुए। उनका टेस्टिकुलर (अंडकोष) उल्टा था और कोई लिंग नहीं था। लेकिन उनके अंदर पुरुष का कैरेक्टर विकसित होने लगा। इसलिए उन्होंने अपने यौन अंगों पर सर्जरी करने का फैसला किया। ताकि वो अपने सेक्स लाइफ को जी सकें। रोशांते ने अपनी सर्जरी को लेकर खुलासा किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि लिंग पाने के लिए उन्हें कितना खर्च करना पड़ा।
उन्होंने बताया कि उनका लिंग हाथ की स्किन से डॉक्टरों ने बनाया। डॉक्टरों ने फैलोप्लास्टी (Phalloplasty) सर्जरी की। लिंग को तराशने के लिए हाथ से फैट, मांसपेशियों, धमनियों और नसों और त्वचा को लेते हैं।फिर जब लिंग को गढ़ा तब इसे एक या दो साल के लिए बिना उपरी सिर के छोड़ दिया जाता है। यानी आपके पास बिना हेड वाला लिंग रहता है। जब यह शरीर के साथ सेट हो जाता है तब डॉक्टर लिंग को लंबा कर देते हैं और उसमें एक उपकरण डालते हैं ताकि यौन संबंध बनाने में व्यक्ति सक्षम हो पाए।
सर्जरी काफी महंगी होती है
ब्रिटेन में रहने वाले शख्स को इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। अब उसके पास प्राइवेट पार्ट है जिससे वो सेक्स लाइफ एन्जॉय कर सकता है। हालांकि यह ऑपरेशन उसके लिए महंगा साबित हुआ। रोशांते बताते हैं कि उनकी पांच सर्जरी हो चुकी है। एक सर्जरी सिर्फ बाकी है। लेकिन इसके लिए उन्हें करीब 80 हजार पाउंड ( 76 लाख के करीब) खर्च करने पड़ें।
मेरे अंदर पुरुष कैरेक्टर डेवलप हुआ
रोशांते मॉडल और अभिनेता हैं। उन्होंने बताया कि इंटरसेक्स तब होता है जब आप दोनों जननांगों के साथ पैदा होते हैं। या फिर दोनों जननांगों के साथ पैदा नहीं हो सकते हैं। आपके पास सिर्फ अंडकोष हो सकता है बिना लिंग के, जैसा की मेरे साथ था। उन्होंने बताया कि जब मैं 11 साल का था तब मुझे इंटरसेक्स होने का पता चला। मैं एक महिला के रूप में जीवन जीना चाहता था, क्योंकि मुझे लगाता था कि महिलाएं अद्भुत होती हैं। लेकिन जब मैं एडल्ट हुआ तो मेरे में पुरूष ज्यादा दिखने लगा। मेरे अंदर महिला नहीं थी।
हर दो हजार में से एक इंटरसेक्स पैदा होते हैं
बता दें कि इंटरसेक्स कोई बीमारी नहीं है। हर दो हजार में से एक शख्स इंटरसेक्स होता है। बीमारी नहीं होने की वजह से इसका कोई इलाज नहीं है। हालांकि कुछ लोग इसकी सर्जरी कराते हैं। इंटरसेक्स में कैंसर होने के चांसेज अन्य की तुलना में ज्यादा होता है।
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