रिसर्च : ज्यादा नहीं, सही ढंग के खिलौने बच्चों के लिए हैं जरूरी

शायद ही कोई ऐसा बच्चा हो जो खिलौनों से नहीं खेलता हो। खिलौने से बच्चों का मनोरंजन तो होता ही है, उससे वे बहुत सारी चीजें सीखते भी हैं। अभी एक रिसर्च स्टडी से पता चला है कि बच्चों को ज्यादा नहीं, सही तरह के खिलौनों से फायदा होता है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 18, 2019 5:35 AM IST

हेल्थ डेस्क। बच्चों के लिए खिलौने बहुत जरूरी हैं। खिलौनों से जहां बच्चों का मनोरंजन होता है, वहीं उनसे खेलकर बच्चों को बहुत बातें सीखने को मिलती हैं। दुनिया में शायद ही कोई बच्चा ऐसा हो जिसने खिलौने से न खेला हो। खिलौने बच्चों को सबसे ज्यादा पसंद आते हैं। पहले जहां बच्चे मिट्टी और दूसरी चीजों के खिलौनों से खेलते थे, आज एक से बढ़ कर एक इलेक्ट्रॉनिक और कम्प्यूटर बेस्ड खिलौने आ गए हैं। बहुत से लोग यह सोचते हैं कि बच्चों के पास जितने ज्यादा खिलौने होंगे, उनके लिए यह उतना ही अच्छा होगा। इससे उनका मन ज्यादा लगेगा। लेकिन हाल ही में हुए एक रिसर्च से पता चला है कि बच्चों के लिए ज्यादा संख्या में नहीं, बल्कि सही ढंग के खिलौने होने जरूरी हैं। इससे उनके हेल्थ और मानसिक विकास पर ज्यादा बढ़िया असर पड़ता है। 

कहां हुई ये रिसर्च स्टडी
यह रिसर्च स्टडी क्वीन्सवैंड यूनिवर्सिटी में हुई, जिसमें पाया गया कि झूला झूलने और स्लाइडिंग से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस बच्चों के हेल्थ के लिए ज्यादा सही होते हैं और ये नेशनल फिजिकल एक्टिविटी गाइडलाइन के अनुरूप भी हैं। यू क्यू स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (UQ School of Public Health) की रिसर्चर डॉक्टर कैटरीना मॉस ने कहा कि यह पेरेंट्स के लिए अच्छी खबर है जो इस स्टडी के हिसाब से अपने बच्चों के लिए सही तरह के खिलौने ले सकते हैं। 

फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाने वाले खिलौने हैं जरूरी
रिसर्चर कैटरीना मॉस ने कहा कि बच्चों के लिए घर पर ऐसे खिलौने रखे जाने चाहिए, जिनसे उनकी फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा मिल सके। इससे आगे चल कर उनके शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलती है, वहीं ऐसे खिलौने या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स उन्हें नुकसान पहुचाते हैं, जिनका इस्तेमाल करते हुए वे एक ही जगह बैठे रहते हैं और हिलते तक नहीं। 

ज्यादा खिलौनों से नहीं होता फायदा
इस रिसर्च में यह कहा गया है कि जो पेरेट्ंस यह सोचते हैं कि अधिक संख्या में खिलौने देने से उनके बच्चे ज्यादा खुश रहेंगे, वे गलतफहमी के शिकार हैं। बच्चों को ज्यादा खिलौनों की जरूरत नहीं, उन्हें सही तरह के खिलौनों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे खिलौनों को बच्चों की जरूरत के हिसाब से घर पर ही मोडिफाई किया जा सकता है और उनमें बदलाव भी लाया जा सकता है। 

कितने तरह के हैं ऐसे खिलौने
इस रिसर्च स्टडी में कुल चार तरह के खिलौनों की  कैटेगरी को बच्चों के हेल्थ के लिए बेहतर बताया गया है। इसमें प्लेन्टीज, स्लाइडर्स, बैटर्स और टेकीज शामिल हैं। हर कैटेगरी में अलग-अलग खिलौने हैं। प्लेन्टीज कैटेगरी में सबसे ज्यादा 8 तरह के प्ले इक्विपमेंट्स हैं, वहीं स्लाइडर्स में 7 तरह के इक्विपमेंट शामिल हैं। बाकी कैटेगरी के खिलौने भी बच्चों की फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा देने वाले हैं। 

कहां पब्लिश हुई है स्टडी
यह रिसर्च स्टडी 'जर्नल ऑफ फिजिकल एक्टिविटी एंड हेल्थ' में पब्लिश हुई है। इस स्टडी में यह पाया गया है कि वही खिलौने बच्चों के लिए बेहतर हैं जो उनकी फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा दे सकें। मानसिक विकास भी इसी पर निर्भर करता है। रिसर्चर्स ने पाया कि अभी 20 प्रतिशत से कम बच्चे ही फिजिकल एक्टिविटी गाइडलाइन्स के अनुरूप खेलों और एक्सरसाइज में समय देते हैं। रिसर्चर्स ने कहा कि यह बहुत चिंता की बात है, क्योंकि घर में बैठने वाले खेल खेलने और फिजिकल एक्टिविटी नहीं करने से मोटापे और डायबिटीज का खतरा बच्चों में तेजी से बढ़ता जा रहा है।  

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