Study : ज्यादा मैग्नीशियम वाले फूड से मेनोपॉज के बाद दिल की बीमारियों से होता है बचाव

हाल ही में हुई एक रिसर्च स्टडी से पता चला है कि मेनोपॉज के बाद ज्यादा मैग्नीशियम वाला फूड लेने से महिलाओं को कोरोनरी हार्ट डिजीज होने की संभावना कम हो जाती है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 26, 2019 4:46 AM IST / Updated: Dec 26 2019, 10:22 AM IST

हेल्थ डेस्क। हाल ही में हुई एक रिसर्च स्टडी से पता चला है कि मेनोपॉज के बाद ज्यादा मैग्नीशियम वाला फूड लेने से महिलाओं को कोरोनरी हार्ट डिजीज होने की संभावना कम हो जाती है। कई बार मेनोपॉज के बाद महिलाओं में अचानक कार्डियक अरेस्ट से मौत होने की संभावना होती है। लेकिन स्टडी से पता चला है कि पोस्ट मेनोपॉज की स्थिति में अगर महिलाओं को ऐसा फूड दिया जाए, जिसमें मैग्नीशियम ज्यादा हो तो इससे कार्डियक अरेस्ट होने की संभावना नहीं के बराबर रह जाती। यह स्टडी 'जर्नल ऑफ वुमन्स हेल्थ' में प्रकाशित हुई है। 

यह रिसर्च स्टडी 'एसोसिएशन ऑफ डाइटरी मैग्नीशियम इनटेक विद फाटाल कोरोनरी हार्ट डिजीज एंड सडन कार्डियक डेथ : फाइंडिंग्स फ्रॉम द वुमन्स हेल्थ इनिशिएटिव' शीर्षक से प्रकाशित हुई है। ब्राउन यूनिवर्सिटी के अल्पर्ट मेडिकल स्कूल के चार्ल्स एल्टन, एमडी और कई इंस्टीट्यूशन्स के रिसर्चर्स की एक बड़ी टीम ने यह शोध कार्य किया। इन्होंने 153,000 ऐसी महिलाओं पर मैग्नीशियम रिच फूड के असर का अध्ययन किया जो पोस्ट मेनोपॉज के दौर से गुजर रही थीं। यह शोध कार्य करीब 10 साल से कुछ ज्यादा ही चला। 

लंबे समय तक कई तरह से मैग्नीशियम रिच फूड लेने और ऐसा नहीं करने वाली महिलाओं के दिल से जुड़ी समस्याओं पर नजर रखी गई जो मेनोपॉज की अवस्था में आ गई थीं। यह देखा गया कि जिन महिलाओं ने ज्यादा मैग्नीशियम वाले फूड लिए, उन्हें कोरोनरी हार्ट डिजीज की समस्या शायद ही हुई। वहीं, ऐसा नहीं करने वाली महिलाएं अचानक कार्डियक अरेस्ट की समस्या से ज्यादा पीड़ित देखी गईं। इस हाल में मरीज का बच पाना मुश्किल ही होता है। 

वुमन्स हेल्थ के एडिटर-इन-चीफ सुसान जी कॉर्नस्टीन और वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिविर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर वुमन्स हेल्थ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वी ए रिचमंड ने कहा कि इस स्टडी से जो बातें सामने आई हैं, उन्हें लेकर और भी रिसर्च की जरूरत है। इसके बाद ही कहा जा सकता है कि क्या पोस्ट मेनोपॉज की अवस्था में जिन महिलाओं को कोरोनरी हार्ट डिजीज होने का ज्यादा खतरा होता है, क्या उन्हें मैग्नीशियम सप्लमेंट्स दिया जाना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि यह स्टडी इस लिहाज से काफी मायने रखती है, क्योंकि अगर मैग्नीशियम सप्लमेंट फायदेमंद होता है तो काफी महिलाओं की जान बचाई जा सकेगी। 

 

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