कोरोना वायरस का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वो पूरे विश्व में धीरे-धीरे पैर पसार रहा है। हर दिन लोगों की मौतें हो रही हैं। ऐसे में अब अमेरीका के बड़े सिंगर्स और लोक गीत लेखकों में से एक जॉन प्राइन का निधन हो गया है।
मुंबई. कोरोना वायरस का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वो पूरे विश्व में धीरे-धीरे पैर पसार रहा है। हर दिन लोगों की मौतें हो रही हैं। ऐसे में अब अमेरीका के बड़े सिंगर्स और लोक गीत लेखकों में से एक जॉन प्राइन का निधन हो गया है। वो 73 साल के थे। बताया जा रहा है कि कोरोना के चलते उनके दोनों लंग्स में न्यूमोनिया हो गया था।
13 दिनों से आईसीयू में थे एडमिट
प्राइन को 26 मार्च को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और वे पिछले 13 दिनों से आईसीयू में थे। उनका इलाज वंदेरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में चल रहा था। जॉन की फैमिली ने इस खबर को कन्फर्म किया है, जिसे कई अमेरिकी मीडिया कंपनियों ने छापा है।
2 बार मिल चुका है ग्रैमी अवॉर्ड
जॉन प्राइन का जन्म अमेरिका के शिकागो के उपनगर में हुआ था। मेल करियर की नौकरी करते हुए पहले वे शौकिया के तौर पर गिटार बजाया करते थे और गाने लिखते थे। शिकागो ओपन माइक नाइट के जरिए उनके करियर की शुरुआत हुई थी। शिकागो में ही उन्हें क्रीस्टोफर्सन ने गिटार बजाते हुए देखा था। जब वे न्यूयॉर्क पहुंचे तो क्रीस्टोफर्सन ने जॉन गिटार बजाने के लिए बुलाया। इसके बाद जॉन ने अगली सुबह ही अटलान्टिक रिकॉर्ड्स के साथ साइन कर लिया था। जॉन का पहला एल्बम 1971 में रिलीज हुआ था। सिंगर को 11 नॉमिनेशन में 2 बार ग्रैमी अवॉर्ड भी मिल चुका है।