
धनबाद, झारखंड. कोशिशें कभी बेकार नहीं जातीं। यह घटना भी यही सबक देती है। आपके साथ भी अगर कभी ऐसा कुछ हो जाए, तो चुपचाप बैठिए नहीं। यह मामला रेलवे की गलती से जुड़ा है। रेलवे में सामान गुमने की शिकायतें अकसर आती रहती हैं। ऐसे में अपना खोया सामान पाने का पसीना छूट जाता है। कई बार सामान मिल जाता है, तो कई बार न मिलने पर हर्जाना ही नसीब होता है। ऐसा ही एक शख्स के साथ हुआ। उसने मैनपुरी से शक्तिनगर के लिए अपनी बाइक पार्सल की थी। लेकिन 6 महीने बाद भी वो नहीं मिली। इसके बाद उसने DRM को एक ट्वीट कर दिया। बस फिर देखिए, चंद घंटे मे उसकी बाइक खोज ली गई।
हुआ यह था..
डीआरएम अनिल कुमार मिश्रा को सुनील कुमार नामक एक शख्स ने ट्वीट किया। इसमें उसने उल्लेख किया कि उसने 20 मार्च को अपनी बाइक पार्सल की थी। उसे मैनपुरी से शक्तिनगर पहुंचाना था। रेलवे ने इसके लिए 1624 रुपए का किराया भी वसूला। लेकिन 6 महीने बाद ही बाइक सुनील तक नहीं पहुंची। मालूम चला कि वो रास्ते में कहीं उतार ली गई है। यानी गुम हो गई। सुनील कुमार ने रेलवे दफ्तर के कई चक्कर काटे, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
आखिरकार सुनील कुमार ने डीआरएम को ट्वीट कर दिया। डीआरएम ने इसे गंभीरता से लिया और जांच बैठा दी। पड़ताल में मालूम चला कि बाइक कानपुर सेंट्रल में खड़ी है। इसके बाद उसे सही ट्रेन में चढ़ाया गया।
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