झारखंड के पूर्वी सिंहभूम में हाथियों का हमला जारी है । बुधवार 6 जुलाई की रात झुंड ने गांव में हमला कर घरों को और अनाज को नुकसान पहुंचाया। पीड़ित ने बताया कि उसने अपने परिवार की जान पड़ोसी के यहां जाकर बचाई।
पूर्वी सिंहभूम (east singhbhum): पूर्वी सिंहभूम में जंगली हाथियों का उत्पात जारी है। 6 जुलाई की रात हाथियों ने चाकुलिया वन क्षेत्र के निमडीहा गांव में जमकर उत्पात मचाया। गांव में रहने वाले माताल हांसदा के घर को ध्वस्त कर दिया। घर में रखे धान को चट कर गए। जबकि घर के अन्य कई सामानों को भी नुकसान पहुंचाया। माताल हांसदा का कहना है कि हाथियों ने उनके घर में रखे 20 क्विंटल धान खा गए। उन्हें करीब 50 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। वन विभाग ने आश्रित को मुआवजा देने की बात कही है।
6 हाथियों का झुंड पहुंचा गांव, परिवार ने पड़ोस के घर में जा बचाई जान
माताल हांसदा ने बताया कि 6 हाथियों का झुंड देर रात गांव में घुसा। हाथियों ने उनके घर को चारों ओर से घेर लिया। घर को तोड़ कुछ हाथी घर में घुस गए। हाथियों ने चारों ओर से घर को तोड़ा। करीब एक घंटा तक हाथी उसके घर में रहे और घर में रखे धान को चट कर गए। हाथियों के भय से परिवार के लोगों ने घर के पास ही एक पक्का के अर्धनिर्मित घर के छत पर चढ़ अपनी जान बचाई। शोर मचाने पर अन्य ग्रामीण मौके पर जूट। किसी तरह हाथियों को भगाया गया। हाथियों के जाने के बाद उसके परिवार के लोग छत से उतरे।
बर्तन समेत अन्य सामान को भी पहुंचाया नुकसान
माताल हांसदा ने बताया कि धान खाने के अलावा हाथियों ने उनके घर के कई सामग्रियों को भी तोड़ा। घर का मालवा टूट कर गिरने से बर्तन, पंखा, बक्सा समेत समान मालवा में दब गए। घर में रखे कपड़े भी बर्बाद हो गए। घर टूटने से उसका परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है। हाथियों के कारण गांव के ग्रामीण काफी भयभीत हैं। शाम होते ही लोग अपने घरों में दुबक जा रहे हैं।
क्षेत्र में 150 से अधिक है हाथी
बता दें कि क्षेत्र में 150 हाथी घूम रहे है। अलग-अलग झुंड में रहकर हाथी लगातार उत्पात मचा रहे हैं। वन विभाग भी हाथियों को सुरक्षित स्थान में पहुंचाने में विफल साबित हो रहा है। चाकुलिया के अलावा बहरागोड़ा, गुड़ाबांधा, धालभूमगढ़, घाटशिला समेत अन्य जगहों पर लगातार उत्पात मचा रहे हैं।
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