झारखंड के गिरीडीह के एक गांव में पहुंची पुलिस पर पत्थरबाजी करने की वारदात सामने आई है। घटना के बाद कई पुलिस कर्मियों के घायल हो गए है। गांववालों की इस हरकत के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
गिरीडीह (झारखंड). झारखंड के गिरिडीह स्थित बढ़ियासाड़ी गांव में पुलिस असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने गई थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गांव के एक घर में कुछ असामाजिक तत्व जमघट लगाते हैं। पुलिस दल-बल के साथ गांव के उस घर के पास पहुंची और दरवाजा खोलने को कहाा। इतने में स्थानीय लोग एकत्रित हो गए और पुलिस बल पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने पुलिस बल पर जमकर पत्थर फेंके। ग्रामीणों द्वारा किए गए इस हमले में थाना प्रभारी प्रदीप कुमार समेत कई जवान घायल हो गए है। इसके बाद गांव में भारी संख्या में पुलिस की तैनीती कर दी गई।
ग्रामीणों का आरोप... बिना वारंट घर में घुस रही थी पुलिस, फायरिंग भी की
गांव के लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस बिना वारंट के जबरदस्ती घर में घुसने की कोशिश कर रही थी। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस के ऊपर पत्थर फेंका। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस ने फायरिंग भी की है, हालांकि पुलिस फायिरंग की बात से साफ इनकार कर रही है।
ग्रामीणों ने विरोध में किसा सड़क जाम
घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। करीब दो घंटे तक हंगामें के बाद स्थानीय जनप्रतिनिध मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। जनप्रतिनिधि और पुलिस प्रशासन की पहल के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया। ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि जिसने भी गलती की है उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी काम बाधा पहुंचाने का आरोप
बेंगाबाद थाना के इंस्पेक्टर कमलेश पासवान ने बताया कि करण मंडल अपने समर्थकों और घरवालों के साथ मिलकर पुलिस के विरोध में सरकारी काम में बाधा पहुंचाई है। साथ ही पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया है। इंस्पेक्टर द्वारा कहा गया कि इस पूरे मामले की जांच के बाद ही साफ तौर पर पता लगाया जा सकता है कि गलती किसकी है।
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