सूरज निकलते ही कुदाल लेकर खेत में पहुंच जाते हैं झारखंड के ये पूर्व मुख्यमंत्री

4000 करोड़ रुपए के घोटाले में फंसकर जेल यात्रा कर चुके हैं मधु कोड़ा। खेती-किसानी का बहुत शौक है इन्हें। अकसर खेतों में निंदाई-गुड़ाई करते देखे जा सकते हैं। इन दिनों लॉक डाउन के चलते इन्हें खेतों में देखा जा सकता है।

Asianet News Hindi | Published : Apr 10, 2020 10:04 AM IST

चाईबासा. यह हैं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा। बेशक मधु कोड़ा को 4000 करोड़ रुपए के घोटाले में जेल की हवा खानी पड़ी हो, लेकिन इनकी सादगी हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहती है। इन्हें अकसर अपने खेतों में खेतीबाड़ी करते देखा जा सकता है। मधु कोड़ा को खेती-किसानी का शौक है। वे बगैर किसी तामझाम के एक साधारण किसान की तरह अपने खेतों में सब्जियां उगाते, फसल की रखवाली करते देखे जा सकते हैं। यह तस्वीर लॉकडाउन के दौरान की है। मधु कोड़ा इन दिनों अपना पूरा समय खेतों में गुजार रहे हैं। उन्होंने खेतों में कई तरह की सब्जियां उगाई हुई हैं।


गांव में रहते हैं कोड़ा
मधु कोड़ा ने अपने खेत में भिंडी, खीरा, परवल, लौकी, बीन्स, टमाटर, मिर्च और धनिया जैसी सब्जियां उगाई हैं। लॉक डाउन के चलते वे पूरी तरह फ्री हैं। लिहाजा, सारा समय खेतों पर गुजर रहा है। मधु कोड़ा अपनी पत्नी गीता और तीन बच्चों के साथ अपने पैतृक गांव जगन्नाथपुर के पाताहातू में रहते हैं। गीता सिंहभूम से सांसद हैं। कोड़ा के खेत उनके घर से लगे हुए हैं। कोड़ा ने कहा कि कोरोना को हराने सभी लोगों को लॉक डाउन का पालन करना चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए वे अपना समय खेतों में गुजार रहे हैं।

पत्नी भी देती हैं साथ..
कोड़ा को गांव में रहना पसंद है। वे कहते हैं कि उन्हें खेतीबाड़ी में सुकून मिलता है। मानसिक शांति मिलती है। इसके अलावा बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। पूर्व सीएम की खेतीबाड़ी में उनकी पत्नी भी समय निकालकर सहयोग करती हैं। मधु कोड़ा ने कहा कि इस समय किसानों के ऊपर ज्यादा भार है। सारे कामकाज बंद हैं। लोगों को रोटी मिलती रहे, इसलिए किसानों को खेती पर ध्यान देना होगा।

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