झारखंड की राजधानी रांची से बेहद ही चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जाहं क्वारंटीन सेंटर में रह रहीं जमात की तीन विदेशी महिलाएं गर्भवती हुईं हैं। खबर सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए एक एडिशनल कलेक्टर को नियुक्त कर दिया है।
रांची. झारखंड की राजधानी रांची से बेहद ही चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक क्वारंटीन सेंटर में रह रहीं जमात की तीन विदेशी महिलाएं गर्भवती हुईं हैं। खबर सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। रांची जिला उपायुक्त छवि रंजन ने इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
हड़कंप के बाद एडिशनल कलेक्टर को सौंपा गया मामला
आनन-फानन में प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए एक एडिशनल कलेक्टर को नियुक्त कर दिया है। जो यह पता लगाएंगी कि कैसे यह इतनी बड़ी लापरवाही हुई और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन की धज्जियां क्यों उड़ाई गईं। संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। क्योंकि पांच महीने पहले जब उनको सेंटर भेजा गया था तो उस दौरान वह गर्भवती नहीं थीं।
हाईकोर्ट के वकीलों ने कहा-सख्त कार्रवाई की जाएगी
वहीं इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट के वकीलों का कहना है कि अगर महिला क्वारंटीन सेंटर में रहने के दौरान गर्भवती हुई हैं तो उन्होंने महामारी रोग अधिनियम-2020 का उल्लंघन किया है। ऐसे में उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
ऐसे हुआ महिलाओं के गर्भवती होने का खुलासा
बता दें कि लॉकडाउन व वीजा नियमों के उल्लंघन के मामले में तब्लीगी जमात के 17 विदेशी नागरिकों के खिलाफ मामला दर्ज है। जहां उनको गिरफ्तार कर सभी विदेशी नागरिक को मार्च के महीने में एक क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया गया था। इसके बाद इन्हें 20 मई को इन्हें बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया। फिर हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को ये सभी जेल से बाहर आ गए थे। इस दौरान जब उनकी मेडीकल जांच की गई तो खुलासा हुआ कि उनके साथ में रह रही तीन महिलाएं गर्भवती हैं।