यह मामला 2018 मे सामने आया था। जमदेशपुर की मानगो सिटी में इस लड़की के साथ 15 लोगों ने रेप किया था। हालांकि इस घटना को लेकिन अभी सच्चाई सामने नहीं आई है। लेकिन मामला लगातार सुर्खियों में है। बुधवार को जब मां-बेटी के बयान लेने झारखंड ह्यूमन राइट्स कॉन्फ्रेंस(JHRC) की टीम पहुंची, तो फिर चौंकाने वाली बात सामने आई। मां-बेटी ने आईजी की रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर दिए। कहा कि यह रिपोर्ट अफसरों को बचाने बनाई गई है।
जमदेशपुर, झारखंड. यहां के मानगो सहारा सिटी में 2018 में सामने आए एक नाबालिग के यौन शोषण के मामले में नये चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस लड़की ने 15 लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। हालांकि इस घटना को लेकिन अभी सच्चाई सामने नहीं आई है। लेकिन मामला लगातार सुर्खियों में है। बुधवार को जब मां-बेटी के बयान लेने झारखंड ह्यूमन राइट्स कॉन्फ्रेंस(JHRC) की टीम पहुंची, तो फिर चौंकाने वाली बात सामने आई। मां-बेटी ने आईजी की रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर दिए। कहा कि यह रिपोर्ट अफसरों को बचाने बनाई गई है। JHRC के प्रमुख मनोज मिश्रा के नेतृत्व 4 सदस्यीय टीम ने मां और उसकी पीड़ित बेटी से करीब 2 घंटे तक बात की। इस दौरान इनके संरक्षक नानक सेठ से भी सवाल किए गए।
आईजी की रिपोर्ट को नकारा..
टीम के सामने मां और बेटी ने आईजी की रिपोर्ट को गलत बताया। पीड़िता ने कहा कि उन्होंने पुलिस को घटनास्थल दिखाए, सबूत दिए..लेकिन जांच में उनका उल्लेख नहीं किया गया। अफसरों और आरोपियों को बचाने रिपोर्ट तैयार कराई गई। पीड़िता की मां ने कहा वो अपनी बेटी को न्याय दिलाकर रहेगी।
यह है मामला...
लड़की ने आरोप लगाया था कि उसके साथ 15 अन्य लोगों ने गलत काम किया। इनमें बिल्डर्स, बिजनेसमैन और अफसर शामिल हैं। लड़की ने एमजीएम थाना के तत्कालीन प्रभारी पर भी यही आरोप लगाए। इस माममें में एक महिला का भी नाम है। यह लड़की को आरोपियों के पास ले जाती थी। इनमें से मुख्य आरोपी इन्द्रपाल सिंह सैनी पर वैश्यावृत्ति कराने का आरोप है।