देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति पर एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्म के निर्वाचित होने के बाद कांग्रेस नेता ने किया था अमर्यादित कमेंट जिसके बाद से झारखंड जो कि एक आदिवासी बहुल एरिया है उन्होंने कांग्रेस पार्टी के विरोध में यह कदम उठाया है। गांव की दीवारों पर कांग्रेस वर्जित का नारा लिख दिया....
लातेहार: झारखंड के कई गांवों में क्रांगेस नोताओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के खिलाफ उस गांव के आदिवासियों ने यह फरमान जारी किया है। दीवार पर गांव में क्रांग्रेस नेताओं का प्रवेश वर्जित संबंधित नारा दिखा दिया गया है। लातेहार जिले के मनिका, छिपादोहर, गार, जमुना समेत अन्य प्रखंड के गांव के ग्रामीणों ने यह फरमान जारी किया है। आदिवासी समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए इस फरमान को जारी किया। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक कांग्रेस अधीर रंजन को पार्टी से निलंबित नहीं करती तब गांवो में कांग्रेस नेताओं का प्रवेश वर्जित रहेगा।
दीवार पर लिखे हैं कांग्रेस विरोधी नारे
जमुना गांव के ग्रामीणों ने घरों के दीवार पर कई कांग्रेस विरोधी नारे भी लिखे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अधीर रंजन ने एक आदिवासी महिला का अपमान किया है। सिर्फ आदिवासी महिला का ही नहीं बल्कि देश के सर्वोच्च पद का भी अपमान किया है। यह लोकतंत्र का भी अपमान है। जब तक कांग्रेस पार्टी अधीर रंजन को निष्कासित नहीं करती तब तक गांवों में कांग्रेसियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। किसी भी कांग्रेस नेता को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।
चारों तरफ हुई थी आलोचना
जानकारी हो कि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने राष्ट्रपति के खिलाफ अमर्यादित बयान दिया था। उनके इस बयान की चारों ओर खूब आलोचना भी हुई थी। आदिवासी समाज के लोगों ने कई जगहों पर इसका विरोध भी किया था। हालांकि बाद में अधीर रंजन ने अपनी अमर्यादित बयान के लिए राष्ट्रपति से माफी भी मांग ली थी।
किस वजह से ऐसा हुआ
दरअसल 27 जुलाई को सोनिया गांधी से ED की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस के नेता संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान एक न्यूज चैनल का रिपोर्टर अधीर रंजन चौधरी से राष्ट्रपति भवन की तरफ जाने को लेकर सवाल करता है. इस पर अधीर रंजन चौधरी जवाब देते हैं, हमें जाने नहीं दिया गया, आज भी जाने की कोशिश करेंगे, हिंदुस्तान हिंदुस्तान की राष्ट्रपत्नी जी सबके लिए हैं. हमारे लिए क्यों नहीं."। उनका यही बयान वायरल हो गया. बीजेपी के नेताओं ने एक-एक कर उन्हें घेरना शुरू किया. विवाद बढ़ा तो अधीर रंजन ने कहा कि वो राष्ट्रपति से माफी मांगने को तैयार हैं. हालांकि, उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वे "इन पाखंडियों" से माफी नहीं मांगेंगे।
चर्चा में है मामला
गांव में कांग्रेसियों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद जिले यह मामला चर्चा का विषय बना है। गांव में कांग्रेसियों पर रोक लगाने की चर्चा जिले भर के लोग कर रहे हैं। कई लोगों ने इस फरमान को सोशल मीडिया पर भी वायरल किया है। कांग्रेस का कोई भी नेता इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहा है। भाजपा के एक नेता ने कांग्रेसियों के गांव में वर्जित संबंधित फोटो ट्विटर पर वायरल किया है। इधर कांग्रेस नेता अधीर रंजन के माफी मांगने के बाद भी उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन