
रांची: झारखंड में इन दिनों वर्चुअल हनी ट्रैप के मामले रोजाना आ रहे हैं। साइबर ठगों का यह गिरोह वर्चुअल हनी ट्रैप के जरिए राज्य के कई बड़े-बड़े लोगों को अपना शिकार बना रहा है। ब्लैकमेलिंग कर लाखों रुपए का खेल साइबर ठग कर रहे हैं। कई पीड़ित लोक-लाज से इसकी शिकायत थाना में नहीं कर रहे हैं। इसलिए यह मामला ज्यादा उजागर नहीं हो पा रहा है। साइबर पुलिस की मानें तो राज्य में हर दिन 10 से 20 लोग इसका शिकार हो रहे हैं। यह साइबर गिरोह ज्यादातर युवाओं को अपना शिकार बना रहे हैं। इस गिरोह में ज्यादातर युवतियां ही शामिल हैं।
कैसे कर रहे वर्चुअल हनी ट्रैप
गिरोह के सदस्य फेसबुक पर फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजकर पहले दोस्ती करते हैं। फिर फेसबुक मैसेंजर से लोगों से बातचीत कर उन्हें अपने भरोसे में लेते हैं। फिर उनकी फोटो और न्यूड वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे हैं। फिर शुरु हो जाता है साइबर ठगों का खेल। वीडिया रिकॉर्डिंग या अश्लील फोटो को वायरल करने की धमकी देकर साइबर गिरोह में शामिल लोगों से मोटी रकम ब्लैकमेलिंग कर वसूल रही हैं। ज्यादातर लोग बदनामी के डर से साइबर ठगों को पैसे दे दे रहे हैं। जबकि कुछ लोग ही इसकी शिकायत थाना में कर रहे हैं।
रांची में 5 दिनों आए तीन मामले
राजधानी रांची में पिछले पांच दिनों में तीन लोगों से ब्लैकमेलिंग के ऐसे मामले आ चुके हैं। रांची डीआरएम ऑफिस में कार्यरत रेलवे के एक अधिकारी के सरकारी नंबर पर गिरोह की एक महिला वीडियो कॉल कर ब्लैकमेल कर रही है। वीडियो वायरल करने की धमकी दे रही है। 50 हजार रुपए की मांग साइबर गिरोह की महिला द्वारा की जा रही है। 5 दिनों में तीन रेलवे के अधिकारियों के सरकारी नंबर पर इस तरह का कॉल आया है। वीडिया कॉल मे महिला खुद का न्यूड वीडियो दिखाकर उसे रिकॉर्ड कर रही है। फिर उक्त वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर रेलवे अधिकारियों से रकम की मांग की जा रही है। अधिकारियों की शिकायत के बाद से रेल पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
जमशेदपुर से भी सामने आ रहे ऐसे केस
लौहगनरी जमशेदपुर में भी ऐसे कई मामलें आ चुके हैं। युवकों को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेज इस तरह का खेल हो रहा है। युवकों द्वारा फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही युवतियां बात करना शुरु कर रही है। लड़कियों के झांसे में आकर वीडियो कॉल में न्यूड होकर युवक साइबर ठगों के जाल में फंस रहे हैं। जबकि कई युवकों का फोटो एडिट कर भी उसे वायरल करने की धमकी देकर रकम वसूला जा रहा है।
क्या है वर्चुअल हनी ट्रैप
साइबर ठग फेसबुक पर लड़की के नाम से आईडी बनाकर उसमें खूबसूरत लड़कियों के फोटो लगा देते हैं। फिर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। रिक्वेस्ट रिसिव करने के बाद ठग प्रोफाइल रिसर्च करते हैं। उसके बाद फ्रेंड लिस्ट या टाइमलाइन पर जिसके साथ आपकी फोटो है, उन्हें रिक्वेस्ट भेजते हैं। इसके बाद ठग आपको मैसेज करते हैं। बातचीत के क्रम में ठगों द्वारा वाट्सएप नंबर की मांग की जाती है। वाट्सएप पर बाते करने हुए ठग बातों में फंसा कर वीडियो कॉल करने बोलते हैं। वीडियो कॉल करने पर गिरोह की युवतियां न्यूड होने बोलती हैं। आपके न्यूज होने तक रिकॉर्ड की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है। फिर इसी रिकॉर्डिंग को वायरल करने की धमकी देकर साइबग ठग ब्लैकमेल करते हैं। 90 से 95 प्रतिशत लोग लोक-लाज के डर से साइबर ठगों के पैसे भेज देते हैं। जबकि कुछ लोग मामलें की शिकायत थाना में करते हैं।
वर्चुअल हनी ट्रैप से कैसे बचे
फेसबुक या इंस्टाग्राम पर किसी अनजान व्यक्ति का रिक्वेस्ट स्वीकार ना करें- कोई अंजान लड़की वीडियो कॉल कर रही है तो रिसिव ना करें- अपने फेसबुक प्रोफाइल को हमेशा लॉक कर रखे- किसी अंजान व्यक्ति को अपना मोबाइल नंबर ना दें- किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी पर्सन जानकारी ना शेयर करें।
जामताड़ा, राजस्थान और गुड़गांव का गिरोह कर रहा यह काम
साइबर पुलिस की मानें तो ठगी का यह नया मामला सामने आया है। कई लोग लोक-लाज से इसकी शिकायत नहीं कर रहे हैं। ठगों को पैसे भेज दे रहे हैं। राज्स्थान, गुड़गांव के अलावा झारखंड के जामताड़ा में भी ठगों का यह गिरोह एक्टिव हैं। जो ऑनलाइन माध्यम से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
आदित्य सिंह की रिपोर्ट.....
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