27 अप्रैल, मंगलवार को चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि है। इस दिन हनुमानजी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि त्रेता युग में इसी तिथि पर हनुमानजी का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन हनुमान मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
उज्जैन. वर्तमान में कोरोना के कारण मंदिरों में दर्शन के लिए मनाही है। ऐसी स्थिति में घर पर ही आसान विधि से आप हनुमानजी की पूजा कर सकते हैं। हनुमानजी की पूजा से आपके मन में कोरोना को लेकर जो भय है, वह भी कम होगा और पॉजिटिविटी बनी रहेगी। ये हनुमानजी की पूजा की सरल विधि…
- हनुमान जयंती की सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद कंबल या ऊन के आसन पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं। हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करें।
- इसके बाद हाथ में चावल व फूल लें और पूजा का संकल्प लेकर हनुमानजी को अर्पित कर दें। इसके बाद हाथ में फूल लेकर हनुमानजी का आवाह्न करें एवं उन फूलों को हनुमानजी को अर्पित कर दें।
- इसके बाद हनुमानजी की मूर्ति को गंगाजल से अथवा शुद्ध जल से स्नान करवाएं और पंचामृत (घी, शहद, शक्कर, दूध व दही ) से स्नान करवाएं। पुन: एक बार शुद्ध जल से स्नान करवाएं।
- अब हनुमानजी को वस्त्र अर्पित करें व वस्त्र के निमित्त मौली चढ़ाएं। इसके बाद हनुमानजी को गंध, सिंदूर, कुंकुम, चावल, फूल व हार अर्पित करें और धूप-दीप दिखाएं।
- इसके बाद केले के पत्ते पर या पान के पत्ते के ऊपर प्रसाद रखें और हनुमानजी को अर्पित कर दें, ऋतुफल अर्पित करें। (प्रसाद में चूरमा, चने या गुड़ चढ़ाना उत्तम रहता है।) अब लौंग-इलाइचीयुक्त पान चढ़ाएं।
- पूजा का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए इस मंत्र को बोलते हुए हनुमानजी को दक्षिणा अर्पित करें। इसके बाद एक थाली में कर्पूर एवं घी का दीपक जलाकर हनुमानजी की आरती करें।
- इस प्रकार पूजा करने से हनुमानजी अति प्रसन्न होते हैं तथा साधक की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
ये हैं शुभ मुहूर्त
सुबह 9 से 10.30 तक- चर
सुबह 10.30 से 12 बजे तक- लाभ
दोपहर 12 से 1.30 तक- अमृत
दोपहर 3 से 4.30 तक- शुभ
हनुमान जयंती के बारे में ये भी पढ़ें
27 अप्रैल को 108 नाम बोलकर करें हनुमानजी की पूजा, दूर हो सकता है हर संकट
चैत्र पूर्णिमा 27 अप्रैल को, इस विधि से करें व्रत और पूजा, इस दिन मनाई जाएगी हनुमान जयंती
हनुमान जयंती 27 अप्रैल को, इस दिन करें ये आसान उपाय, बजरंगबली कर सकते हैं आपकी इच्छा पूरी