Aaj Ka Panchang 10 जून 2022 का पंचांग: निर्जला एकादशी आज, दिन भर रहेगा मूसल नाम का अशुभ योग

10 जून 2022, दिन शुक्रवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी। इस दिन निर्जला एकादशी का पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को सूर्योदय चित्रा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। शुक्रवार को चित्रा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
 

Manish Meharele | / Updated: Jun 10 2022, 05:30 AM IST

उज्जैन. सनातन धर्म में कालगणना यानी समय का आंकलन पंचांग के माध्यम से ही किया जाता है। अगर कहा जाए कि पंचांग एक प्राचीन हिंदू कैलेंडर है तो गलत नहीं होगा। पंचांग मुख्य रूप से 5 अंगों से मिलकर बना होता है। पंचांग के बारे में ग्रंथों में कहा गया है…
तिथिर्वारश्च नक्षत्र योगः करण मेव च।
एतेषां यत्र विज्ञानं पंचांग तन्निगद्यते ।।

इसका मतलब है - तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण की जानकारी जिसमें मिलती है, उसे पंचांग कहा जाता है। पंचांग के माध्यम से हम शुभ मुहूर्त, राहु काल व ग्रहों के परिवर्तन के बारे में आसानी से जान सकते हैं। ये जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है। जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

आज किया जाएगा निर्जला एकादशी का व्रत
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी का व्रत किया जाता है। इसे साल की सबसे बड़ी एकादशी भी कहते हैं। पंचांग भेद के कारण इस बार ये पर्व दो दिन (10 और 11 जून) मनाया जाएगा। इसे भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं क्योंकि साल में आने वाली 24 एकादशी में से कुंती पुत्र भीम सिर्फ यही एक एकादशी का व्रत करते थे। इस एकादशी का महत्व कई धर्म ग्रंथों और पुराणों में लिखा है। इस दिन बिना कुछ खाए-पिए व्रत करना होता है, इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहा जाता है। इस दिन व्रत और भगवान विष्णु की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

10 जून का पंचांग (Aaj Ka Panchang 10 June 2022)
10 जून 2022, दिन शुक्रवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी। इस दिन निर्जला एकादशी का पर्व मनाया जाएगा (पंचांग भेद के कारण कुछ स्थानों पर 11 जून को भी निर्जला एकादशी का व्रत किया जाएगा)। शुक्रवार को सूर्योदय चित्रा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। शुक्रवार को चित्रा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन राहुकाल सुबह 10:45 से दोपहर 12:26 PM तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
शुक्रवार को दोपहर लगभग 12 बजे चंद्रमा राशि बदलकर कन्या से तुला में प्रवेश करेगा। सूर्य और बुध वृषभ राशि में, राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल, गुरु और शु्क्र मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।

10 जून के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
दिन- शुक्रवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- चित्रा
करण- वणिज और विष्टि
सूर्योदय - 05:44 AM
सूर्यास्त - 07:08 PM
चन्द्रोदय -  02:54 PM
चन्द्रास्त - 02:48 AM 
अभिजीत मुहूर्त - 11:59 AM – 12:53 PM

10 जून का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 3:47 PM – 5:27 PM
कुलिक - 7:24 AM – 9:05 AM
दुर्मुहूर्त - 08:25 AM – 09:18 AM और 12:53 PM – 01:46 PM
वर्ज्यम् - 08:51 AM – 10:21 AM

14वां नक्षत्र है चित्रा, मंगल है इसका स्वामी
आकाश मंडल में 27 नक्षत्रों में से चित्रा नक्षत्र का स्थान 14वां है। इस नक्षत्र के दो चरण कन्या और दो तुला राशि में आते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस नक्षत्र का स्वामी मंगल और देवता विश्वकर्मा हैं। इस नक्षत्र में एक तारा मणि की तरह दिखाई देता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग मिलनसार प्रवृत्ति के होते हैं। ये अपने जन्म स्थान से दूर कहीं जाकर प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं। मंगल ग्रह से प्रभावित होने के कारण यह काफी साहसी और क्रोधी स्वभाव के भी होते हैं। ये अच्छे वक्ता होते हैं इसलिए राजनीति में बड़े पद पर होते हैं।  
 

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