साल 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण (lunar eclipse 2021) 19 नवंबर को लगने वाला है। ये ग्रहण आंशिक रूप से लगेगा जो कि भारत (अरुणाचल प्रदेश), अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा। भारतीय समायनुसार ये ग्रहण दोपहर 12.48 से शुरू होगा, मध्यकाल 2.33 पर तथा मोक्ष शाम 4.17 पर होगा। ये ग्रहण वृषभ राशि में लगने वाला है इसलिए इस राशि के लोगों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
उज्जैन. साल 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण (lunar eclipse 2021) 19 नवंबर को लगने वाला है। ये ग्रहण आंशिक रूप से लगेगा जो कि भारत (अरुणाचल प्रदेश), अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा। 19 नवंबर को होने वाला चंद्रग्रहण भारतीय समायनुसार दोपहर 12.48 से शुरू होगा, इसका मध्यकाल 2.33 पर तथा मोक्ष शाम 4.17 पर होगा। ये ग्रहण वृषभ राशि में लगने वाला है इसलिए इस राशि के लोगों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
4 दिसंबर को होगा अंतिम सूर्यग्रहण
इस साल 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण लगने की बात हुई थी। साल का पहला पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को और पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लग चुका है। जबकि अब दूसरा और अंतिम चंद्रग्रहण (lunar eclipse 2021 date) 19 नवंबर, शुक्रवार को लगने वाला है। साल का दूसरा व अंतिम सूर्यग्रहण 4 दिसंबर, शनिवार को लगेगा। यह खग्रास सूर्यग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत में दिखाई न देने के कारण इसका यहां कोई धार्मिक महत्व व सूतक मान्य नहीं होगा।
क्या होता है चंद्र ग्रहण?
जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है तो चंद्रमा पूरी तरह या आंशिक रूप से ढंक जाता है और सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं इसे चंद्र ग्रहण कहते हैं। चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा पर लगता है। चंद्र ग्रहण तीन तरह के होते हैं पूर्ण चंद्र ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण और उपछाया चंद्र ग्रहण। 19 नवंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण उपछाया कहलाएगा।
ग्रहण के बाद ये काम करें
1. धर्म ग्रंथों के अनुसार ग्रहण के बाद पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। अगर ऐसा संभव न हो तो घर पर ही स्नान मंत्र बोलकर नहाना चाहिए।
2. ब्राह्मणों को जनेऊ बदलना चाहिए।
3. पूरे घर की साफ-सफाई भी ग्रहण के बाद करनी चाहिए।
4. ग्रहण के बाद दान का विशेष महत्व है। जरूरतमंदों को खाद्य पदार्थों के अलावा अन्य जरूरी चीजें भी दान कर सकते हैं।
5. घर के मंदिर की साफ-सफाई कर भगवान की मूर्तियों को स्नान करवाना चाहिए।