25 मार्च, बुधवार से विक्रम संवत 2077 शुरू हो चुका है। इसका नाम प्रमादी है। इससे पहले परिधावी नाम का संवत् था। इसके पहले सन् 1780, 1840, 1900 और 1960 में भी परिधावी संवत् था।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार कोई संवत् करीब 60 साल में एक बार आता है। पिछले सालों में जब-जब परिधावी संवत् आया है, तब-तब देश-दुनिया में संक्रामक रोग जैसे कोरोनावायरस का प्रभाव अधिक हुआ है। जानिए इससे जुड़ी खास बातें-