कोरोना महामारी: क्या आपको भी आते हैं डरावने सपने, इन 5 तरीकों को अपनाने से होगा फायदा

कोरोना वायरस महामारी की वजह से हर आदमी तनाव में है। लॉकडाउन में लगातार घर में रहने और काम-काज बंद होने से भी लोग चिंता और डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। बहुत से लोग इस दौरान डरावने सपने देखते हैं, जिससे उनकी परेशानी और भी बढ़ जाती है। 
 

Asianet News Hindi | Published : May 25, 2020 11:32 AM IST

लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी की वजह से हर आदमी तनाव में है। लॉकडाउन में लगातार घर में रहने और काम-काज बंद होने से भी लोग चिंता और डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। बहुत से लोग इस दौरान डरावने सपने देखते हैं, जिससे उनकी परेशानी और भी बढ़ जाती है। बहुत से लोग चिंता के कारण ठीक से सो नहीं पाते और जब सोते हैं तो कई तरह के ऐसे सपने देखने लगते हैं, जिससे उनके मन में डर पैदा हो जाता है। आम तौर पर डरावने सपने ज्यादा बच्चे देखा करते हैं, लेकिन साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान बड़े लोग भी इस तरह के सपने देखने लगे हैं। जानें इस समस्या से बचने के कुछ उपाय। 

1. नियमित एक्सरसाइज करें
साइकोलॉजिस्ट्स का कहना है कि रात में अच्छी नींद के लिए नियमित एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। अगर आप सुबह एक्सरसाइज करते हैं और शाम को टहलते हैं तो इससे नींद ठीक आती है। लॉकडाउन की वजह से अगर आप घर से बाहर टहलने नहीं निकल पा रहे हों तो घर में ही जितना ज्यादा संभव हो, चक्कर लगाएं। इससे नींद बेहतर आएगी। गाढ़ी नींद आने पर सपने नहीं आते।

2. तनाव कम करने के करें उपाय
तनाव ज्यादा रहने से नींद नहीं आती है। अगर नींद आए भी तो सपने आते हैं और डरावने सपने आने के बाद जब एक बार नींद टूट जाती है तो जल्दी दोबारा नहीं आती। इसलिए तनाव कम करने की कोशिश करनी होगी। तनाव कम करने के लिए म्यूजिक सुन सकते हैं या पंसदीदा कोई भी काम कर सकते हैं। अगर आपको पढ़ना अच्छा लगता हो तो कोई मनपसंद किताब पढ़ सकते हैं। इससे नींद भी जल्दी आएगी और बुरे सपने नहीं दिखेंगे।

3. सोने से पहले मोबाइल फोन रख दें दूर
बहुत से लोगों की आदत होती है कि जब उन्हें नींद नहीं आती तो वे मोबाइल फोन पर बिजी हो जाते हैं। वे सोचते हैं कि नींद नहीं आने पर समय काटने का यह अच्छा तरीका है, लेकिन इससे उनकी परेशानी बढ़ने लगती है। मोबाइल फोन के संपर्क में बने रहने पर नींद कभी ठीक से नहीं आ सकती। मोबाइल फोन से निकलने वाली तरंगों से दिमाग शांत नहीं रह पाता। इसलिए सोने के समय से एक घंटा पहले मोबाइल फोन दूर रख दें।

4. सोने-जागने का समय तय रखें
अपने सोने-जागने का समय तय रखें। निश्चित समय पर बिस्तर पर जाएं और सोने की कोशिश करें। अगर नींद नहीं आ रही हो तो भी किसी दूसरे काम में नहीं लगें। शांत लेटे रहें। हो सकता है, कुछ दिनों तक परेशानी हो, लेकिन फिर नींद एक निश्चित समय पर आने लगेगी। जागने और बिस्तर छोड़ने का समय भी तय रखें।

5. सपनों का विश्लेषण करें
आपको अगर ज्यादा डरावने सपने आते हों तो यह देखें कि उनमें से क्या याद रह जाता है। उनका विश्लेषण करने की कोशिश करें। यह देखें कि क्या ये सपने आपकी जिंदगी की परिस्तिथियों से जुड़े हैं। अगर ऐसा है तो उन परिस्थितियों को समझने की कोशिश करें। जब आप खुद सपनों का विश्लेषण करने लगेंगे तो ऐसे सपने आने बंद हो जाएंगे। इसके अलावा, माहौल को खुशनुमा बनाए रखने की कोशिश करें। चिंता करने से नुकसान के सिवा और कुछ भी नहीं हासिल हो सकता।

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