
फूड डेस्क. मोदक महाराष्ट्र की लोकप्रिय मिठाई है। जिसे गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के मौके पर बनाया जाता है। वैसे तो बाजार में कई वैराइटी में मोदक मिलते हैं। मसलन चॉकलेट मोदक, ड्राई फ्रूट मोदक, फ्राइड मोदक और स्टीम्ड मोदक। लेकिन पारंपरिक मोदक के स्वाद का कोई जोड़ नहीं है जिसे ज्यादातर लोग घर पर ही बनाना पसंद करते हैं। तो चलिए बताते हैं मोदक की आसान रेसिपी (Modak recipe) जिसे घर पर ही झटपट बना सकते हैं।
मोदक बनाने की सामग्री
कद्दूकस नारियल-1 कप
कद्दूकस गुड़-1 कप
जायफल-चुटकी भर
केसर-चुटकी भर
चावल का आटा-1 कप
पानी-1 कप
घी-2 चम्मच
मोदक बनाने की विधि
एक पैन को गर्म करें और उसमें नारियल और गुड़ को मिलाकर चलाएं।
करीब पांच मिनट तक पैन में मिक्सर को चलाएं। इसके बाद इसमें जायफल और केसर को डालें।
फिर करीब पांच मिनट तक इसे पकाएं। याद रखें इसे चलाते रहे नहीं तो मिश्रण चिपक जाएगा।
आंच को बंद कर दें और इस मिश्रण को ठंडा होने दें।
स्टेप-2
एक बड़े से बर्तन में पानी डाले और घी को मिलाकर उबालें। फिर इसमें चावल का आटा डालें।
पानी और चावल को अच्छी तरह मिलाएं ताकि इसमें कोई गुठली ना बनें।
बर्तन को ढक कर मिश्रण को पकने के लिए छोड़ दें। जब मिश्रण पक जाए तो एक बर्तन में घी लगाए और मिश्रण को इसमें निकाल लें।
आटे को अच्छी तरह गूंथ लें और छोटे-छोटे लोई बनाएं
फिर इसे हल्का बेल लें और इसमें नारियल के मिश्रण को भरें।
मोदक का शेप देते हुए मलमल के कपड़े पर इसे रखें।
करीब 15 मिनट के लिए इन्हें भाप में पकाएं। इसके बाद इसे आंच से उतार कर ठंडा होने दें।
बप्पा को भोग लगाने के लिए मोदक हो गया तैयार। भगवान को भोग लगाकर प्रसाद खुद भी खाएं और दूसरों को भी खिलाएं। घर पर बनाया मोदक भगवान गणेश को बहुत पसंद आता है। इसलिए बाहर से खरीदने की बजाय घर पर प्यार और स्नेह से बनाएं।
कहा जाता है कि मोदक का प्रसाद खिलाने पर भगवान गणेश सबसे ज्यादा खुश होते हैं और वो खिलाने वाले को मनचाहा वरदान देते हैं। गणपत्यथर्वशीर्ष में लिखा है, "यो मोदकसहस्त्रेण यजति स वांछितफलमवाप्नोति।" इसका अर्थ है जो व्यक्ति गणेश जी को मोदक अर्पित करके प्रसन्न करता है उसे गणपति मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।