तिरुपति मंदिर के लडूड में जानवरों की चर्बी होने का मामला इन दिनों चर्चा में है। आज हर कोई व्यस्त है। हमें यह पता नहीं होता या पता लगाने की जहमत नहीं उठाते कि क्या खा रहे हैं। जो खा रहे हैं उसमें क्या-क्या मिला है। यही वजह है कि हम अनजाने में कई बार ऐसी चीजों का सेवन कर लेते हैं जिसे नहीं करना चाहते हों। एनिमल फैट का भी मामला इसी प्रकार का है।
शाकाहारी लोग जानवरों की चर्बी से दूर रहते हैं। हालांकि कई बार जानकारी के अभाव में वे ऐसे चीजें खा लेते हैं जिन्हें तैयार करने में एनिमल फैट इस्तेमाल किया गया हो। एनिमल फैट को लार्ड या टैलो के नाम से भी जाना जाता है। यह विभिन्न खाद्य पदार्थों और उत्पादों में मिलाया जाता है। यहां ऐसी कुछ सामान्य प्रोडक्ट के बारे में हम आपको बता रहे हैं जिनमें एनिमल फैट हो सकता है।
मार्जरीन: कुछ प्रकार के मार्जरीन में पशु वसा हो सकता है। खासकर तब जब उस प्रोडक्ट में फ्लेवर्स या नेचुरल फैट बताया गया हो।
बिस्कुट और कुकीज: कई बिस्कुट और कुकीज में एनिमल फैट होता है। अगर आप मक्खन के फ्लेवर वाला बिस्कुट या कुकीज लेते हैं तो ज्यादा सावधान रहें।
पैटीज और सॉसेज: मांस आधारित प्रोडक्ट जैसे सॉसेज, पैटीज और मीटबॉल में अक्सर एनिमल वसा का इस्तेमाल होता है।
फास्ट फूड: फ्रेंच फ्राइज और बर्गर जैसे कई फास्ट फूड तैयार करने में एनिमल फैट का इस्तेमाल होता है।
सूप और स्टॉक: कुछ सूप और स्टॉक में स्वाद बढ़ाने के लिए एनिमल फैट मिलाया जा सकता है।
पनीर और डेयरी प्रोडक्ट: कुछ प्रकार के पनीर, खासकर प्रोसेस्ड पनीर में पशु वसा हो सकता है।
चॉकलेट: कुछ चॉकलेट में अच्छे टेक्सचर के लिए एनिमल फैट मिलाया जाता है।
फ्रोजन फूड्स: कुछ तैयार फ्रोजन फूड्स में एनिमल फैट भी हो सकती है।
नोट- अगर आप शाकाहारी हैं तो पशु वसा से बचने के लिए प्रोडक्ट के लेबल को ध्यान से पढ़ें। हम यह दावा नहीं करते कि इस लेख में दी गई जानकारी पूरी तरह से सटीक या पूर्ण है।
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