कुशिंग सिंड्रोम का शिकार हुई ये फेमस सेलिब्रिटी, लगातार बढ़ रहा वजन, जानें इसके लक्षण

Published : Feb 27, 2024, 08:31 AM IST
Amy Schumer Cushing Syndrome

सार

Amy Schumer Cushing Syndrome: कुशिंग सिंड्रोम, जिसे हाइपरकोर्टिसोलिज्म भी कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके शरीर में लंबे समय तक कोर्टिसोल हार्मोन की बहुत अधिक मात्रा बनी रहती है।

हेल्थ डेस्क : एक्ट्रेस और कॉमेडी स्टार एमी शूमर को लेकर पता चला है कि वो कुशिंग सिंड्रोम से पीड़ित हैं। यह एक ऐसी स्थिति जिसके कारण आपका शरीर बहुत अधिक मात्रा में कोर्टिसोल हार्मोन बनाता है। जब द टुनाइट शो विद जिमी फॉलन में शूमर आईं तो लोगों ने उनके फूले हुए चेहरे की ओर इशारा किया। तब उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें एंडोमेट्रियोसिस है और बाद में उन्होंने अपने कुशिंग सिंड्रोम स्ट्रगल के बारे में खुलकर बात भी की। एमी शूमर ने बताया कि अभी मेरी चिकित्सा और हार्मोनल चीजें चल रही हैं। मैं एक समय में चार घंटे एमआरआई मशीनों में थी, मेरी नसें बंद हो गई थीं।

कुशिंग सिंड्रोम क्या है?

कुशिंग सिंड्रोम, जिसे हाइपरकोर्टिसोलिज्म भी कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके शरीर में लंबे समय तक कोर्टिसोल हार्मोन की बहुत अधिक मात्रा बनी रहती है। ऐसा शरीर में बहुत अधिक कोर्टिसोल बनाने या ग्लूकोकार्टोइकोड्स नामक दवाएं लेने के कारण हो सकता है, जो शरीर को कोर्टिसोल की तरह ही प्रभावित करते हैं।

कुशिंग सिंड्रोम के लक्षण

  • वजन बढ़ना, हाथ और पैर पतले होना
  • चेहरे पर वजन बढ़ना
  • कंधों के बीच फैटी लंब होना
  • पेट, कूल्हों, जांघों, स्तनों और बगलों पर गुलाबी या बैंगनी रंग के खिंचाव के निशान
  • पतली, कमजोर त्वचा जिस पर आसानी से चोट लगना
  • घाव का धीरे-धीरे ठीक होना
  • मुंहासे होना
  • अत्यधिक थकान
  • मांसपेशियों में कमजोरी
  • डिप्रेशन, चिंता और चिड़चिड़ापन
  • ध्यान केंद्रित करने या याद रखने में परेशानी होना
  • हाई रक्तचाप और सिरदर्द
  • त्वचा का काला पड़ना
  • हड्डियों का नुकसान और टूट फूट होना
  • बच्चों में रुकी हुई ग्रोथ

महिलाओं में लक्षण

  • चेहरे और शरीर पर घने, काले बाल
  • पीरियड्स में अनियमितता या रुक-रुक कर आना

पुरुषों में लक्षण

  • कम सेक्स ड्राइव
  • प्रजनन क्षमता में कमी
  • इरेक्शन प्राप्त करने में समस्याएं
  • कुशिंग सिंड्रोम भी टाइप 2 मधुमेह का कारण बनता है

ग्लुकोकोर्तिकॉइड दवाओं का उपयोग

ग्लूकोकॉर्टीकॉइड दवाएं (उदाहरण के लिए, प्रेडनिसोन) का उपयोग कई ऑटोइम्यून बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। इन दवाओं के साथ दीर्घकालिक उपचार आईट्रोजेनिक या एक्सोजेनस कुशिंग सिंड्रोम का कारण बनता है।

पिट्यूटरी ट्यूमर और कॉर्टिकल ट्यूमर

पिट्यूटरी ट्यूमर जो बहुत अधिक ACTH बनाते हैं, कुशिंग सिंड्रोम के 10 में से 8 मामलों का कारण बनते हैं। एक ट्यूमर स्वयं बहुत अधिक कोर्टिसोल बना सकता है। ये आमतौर पर सौम्य होते हैं। हालांकि, ट्यूमर कभी-कभी एड्रेनल कॉर्टिकल कार्सिनोमा हो सकता है, जो एक बहुत ही दुर्लभ एड्रेनल कैंसर है।

फेफड़े, अग्न्याशय, थायरॉयड और थाइमस ट्यूमर

एक्टोपिक एसीटीएच सिंड्रोम तब होता है जब पिट्यूटरी ग्रंथि के बाहर विकसित होने वाले ट्यूमर एसीटीएच उत्पन्न करते हैं। इस प्रकार के ट्यूमर आमतौर पर घातक होते हैं। सबसे आम प्रकार लघु कोशिका फेफड़ों का कैंसर है।

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