Anxiety Attacks और Panic Attacks में क्या है बड़ा अंतर? 7 Tips से करें तुरंत मैनेज

Anxiety attack How manage 7 tips: आम तौर पर किसी विशिष्ट समस्या या चिंता के संबंध में डर या चिंता को बतलाता है। पैनिक अटैक में आप काफी परेशान होने लगते हैं और अलगाव की भावना पैदा हो जाती है। वहीं एंजाइटी अटैक के लक्षण कभी कम, कभी ज्यादा होते हैं।

Shivangi Chauhan | Published : Oct 13, 2023 8:52 AM IST

हेल्थ डेस्क : एंजाइटी एक बहुत ही सामान्य मनोवैज्ञानिक विकार है, जो मुख्य रूप से हमारे शरीर में किसी कथित खतरे या खतरे की प्रतिक्रिया के रूप में उत्पन्न होती है। इसलिए, यह तनावपूर्ण स्थितियों के प्रति एक सामान्य प्रतिक्रिया है और हमें सतर्क व केंद्रित रहने में मदद कर सकती है। हालांकि, जब स्ट्रैस अत्यधिक बढ़ जाता है, तो यह चिंता के दौरे, भय, घबराहट और परेशानी की अचानक व तीव्र घटना में बदल सकती है। जब किसी को स्ट्रैस होता है कि कुछ बुरा होने वाला है, तो यह पैनिक अटैक की स्थिति को जन्म दे सकता है। यह आम तौर पर किसी विशिष्ट समस्या या चिंता के संबंध में डर या चिंता को बतलाता है। पैनिक अटैक में आप काफी परेशान होने लगते हैं और अलगाव की भावना पैदा हो जाती है। वहीं एंजाइटी अटैक के लक्षण कभी कम, कभी ज्यादा होते हैं। पैनिक अटैक 5-20 मिनट में ठीक हो जाता है, जबिक एंजाइटी अटैक कई घंटों या कई दिनों तक भी चल सकता है। जानें आखिर इस भयानक अनुभव को कैसे रोका जाए?

Anxiety Attacks को कैसे करें मैनेज

Latest Videos

1. लक्षणों को पहचानें 

एंजाइटी के दौरे को रोकने के लिए पहला कदम लक्षणों को समझना है। एंजाइटी के हमलों से शारीरिक और भावनात्मक लक्षण हो सकते हैं। जैसे तेज दिल की धड़कन, पसीना आना, कांपना, सांस लेने में तकलीफ, उदासी या विनाश की भावना व नियंत्रण खोने का डर ये खासतौर पर पहले पहचान करें।

2. ग्राउंडिंग तकनीक 

ग्राउंडिंग तकनीक आपको वर्तमान क्षण में रहने और एंजाइटी अटैक को कम करने में मदद कर सकती है। अपनी इंद्रियों पर ध्यान केंद्रित करें, उदाहरण के लिए, एक अलग बनावट वाली किसी चीज को छूएं या शांत करने वाली खुशबू को सूंघें। इसका विस्तार से वर्णन करें और उस पर ध्यान केंद्रित करें।

3. ब्रीदिंग प्रैक्टिस और मेडिटेशन 

एंजाइटी अटैक के दौरान अपने दिमाग और शरीर को शांत करने के लिए गहरी सांस लेने की तकनीक पर फोकस करें। अपनी नाक से धीरे-धीरे सांस लें, कुछ सेकंड के लिए सांस रोकना और फिर मुंह से सांस छोड़ना आपकी मदद कर सकता है। जब तक आप अधिक आराम महसूस न करें, तब तक इस प्रक्रिया को कई बार दोहराएं।

4. अपने विचारों को चुनौती दें 

एंजाइटी अटैक के दौरान आपके विचार तर्कहीन और नकारात्मक हो सकते हैं। इसलिए यह जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि अपने दिमाग को कैसे मोड़ें और अपना ध्यान सकारात्मक चीजों पर केंद्रित करें। ऐसे काम करें जिनसे आपको खुशी महसूस हो और अपने विचारों को चुनौती दें।

5. हेल्प मांगें 

सहायता या समर्थन मांगने में कभी संकोच न करें। इंसान होने के नाते एंजाइटी अटैक पड़ने पर किसी ऐसे व्यक्ति से सहायता लेना आवश्यक है जिस पर आप भरोसा करते हैं। किसी मित्र, परिवार के सदस्य या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से बात करें जो मार्गदर्शन प्रदान कर सकें। 

और पढ़ें-  शुक्रवार + 13 तारीख के डर का होगा खत्मा, Paraskevidekatriaphobia से निपटने के लिए खास टिप्स

13 हजार में खरीदा और 36 करोड़ में बेच दिया मास्क, जानें बुजुर्ग दंपति ने क्यों किया केस

Share this article
click me!

Latest Videos

इस एक वजह से बदली गई यूपी-पंजाब और केरल उपचुनाव की तारीख, जानिए क्या है नई डेट
LIVE: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड के हज़ारीबाग़ में जनता को संबोधित किया
Chhath Puja 2024: छठ पूजा में छठी मैया को क्या लगाएं भोग ?
Rahul Gandhi LIVE : तेलंगाना में जाति जनगणना पर राज्य स्तरीय परामर्श को सम्बोधन
Yogi Adityanath: 'सड़कों पर झाड़ू लगाकर रास्ता साफ करेंगे पत्थरबाज' #Shorts