
हेल्थ डेस्क: थकान आजकल एक आम समस्या बन गई है। कुछ बीमारियों में यह एक लक्षण के रूप में दिखाई देती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक थकान किडनी से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकती है।
किडनी एरिथ्रोपोइटिन (EPO) नामक एक हार्मोन बनाती है, जो लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। RBC रक्त में ऑक्सीजन पहुँचाने के लिए ज़रूरी होती हैं। किडनी को नुकसान होने पर EPO का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है। इंडियन स्पाइनल इंजरीज़ सेंटर के कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. उदित गुप्ता के अनुसार, इससे न केवल एनीमिया होता है, बल्कि अत्यधिक थकान भी होती है।
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किडनी खराब होने पर थकान का स्तर बढ़ जाता है। शरीर से विषाक्त पदार्थों को छानकर बाहर निकालना किडनी का मुख्य काम होता है। किडनी खराब होने पर यह प्रक्रिया बाधित होती है, जिससे थकान महसूस होती है।
किडनी की बीमारी होने पर बार-बार पेशाब आना भी एक लक्षण हो सकता है, क्योंकि किडनी फ़िल्टर क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। अगर पेशाब में खून दिखाई दे, तो सावधान हो जाएँ। यह किडनी की बीमारी का एक प्रमुख लक्षण हो सकता है।
पेशाब में बहुत ज़्यादा झाग प्रोटीन की उपस्थिति का संकेत देता है। ज़्यादा प्रोटीन का उत्सर्जन किडनी के काम को प्रभावित कर सकता है। आँखों के आसपास सूजन किडनी की समस्या का शुरुआती लक्षण हो सकता है। इसके अलावा, जब किडनी शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को नहीं निकाल पाती, तो वे रक्त में जमा हो जाते हैं और खुजली पैदा करते हैं।
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