
अक्सर देखा गया है कि घरों में रखे प्याज और आलू कुछ दिनों के बाद अंकुरित (Sprout) हो जाते हैं – यानी उनमें से छोटी-छोटी हरी या सफेद टहनियां निकलने लगती हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल होता है – क्या इन्हें खाना सुरक्षित है या फेंक देना चाहिए? बहुत सी महिलाएं आलू प्याज के अंकुरण को काटकर अलग कर देती हैं, फिर उसे इस्तेमाल करती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अंकुरित आलू प्याजा खाना सेहत के लिए सही है या नहीं अगर नहीं तो चलिए जनते हैं इसके बारे में विस्तार से। हालही में बीबीसी इंडिया ने अंकुरित आलू के सेवन को लेकर पोस्ट किया है, तो चलिए इसी क्रम में विस्तार से समझते हैं।
इसलिए यदि आलू में हरे रंग के धब्बे या मोटे अंकुर आ गए हों, तो उसे खाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
आलू जहरिला हो जाता है
खासकर आलू में Solanine की वजह से
पेट की समस्या
अंकुरित आलू खाने से गैस, अपच, उल्टी हो सकती है
स्वाद में बदलाव
अंकुरित आलू खाने में कड़वा लगने लगता है
पोषण में कमी
विटामिन और मिनरल्स घट जाते हैं
पाचन पर असर
खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए जोखिम
इन्हें धूप या नमी वाली जगह पर रखने से जल्दी अंकुर आ जाते हैं।
प्लास्टिक बैग से बचें
हवा न लगने से नमी बढ़ती है और अंकुर निकलते हैं। बेहतर है जूट या पेपर बैग में रखें।
सेब से दूर रखें
सेब से निकलने वाली गैस (ethylene) से आलू जल्दी अंकुरित हो जाते हैं।
फ्रिज में न रखें (प्याज और आलू को साथ बिल्कुल नहीं)
फ्रिज की ठंडी और नमी वाली हवा प्याज-आलू को सड़ा सकती है।
छोटे-छोटे बैच में खरीदें
ज्यादा स्टॉक रखने से खराब होने की संभावना बढ़ती है।
अंकुर निकलते ही काट दें
हल्के अंकुर आने पर तुरंत हटा देने से जहरीला प्रभाव नहीं होगा।