
Human bad habits: 5 जून को दुनिया भर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच में वातावरण को साफ सुथरा रखने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए जागरुकता फैलाना है। जाने-अनजाने मनुष्य ऐसे कई काम कर रहा है जिससे पर्यावरण को सीधा नुकसान पहुंच रहा है। आईए जानते हैं कौन से ऐसे कारण हैं जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
प्लास्टिक का उपयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। प्लास्टिक से सीधे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है क्योंकि ये आसानी से सड़ता नहीं है और मिट्टी, पानी के साथ ही हवा को भी प्रदूषित करता है। इंसान प्लास्टिक से बनी चीज जैसे की बॉटल,पॉलिथीन, खिलौने आदि का भरपूर मात्रा में इस्तेमाल कर रहा है। कहीं ना कहीं यह प्लास्टिक नदियों, समुद्र में बढ़ जाती है और सैकड़ों वर्षों तक पर्यावरण में बनी रहती है। माइक्रो प्लास्टिक इंसानों के शरीर में भी जा रही हैं जो भयानक बीमारी का रूप लेती है।
धरती में पीने योग्य पानी की मात्रा बहुत कम है लेकिन फिर भी इंसान पानी का बेहिसाब खर्चा कर रहा है। कहीं ना कहीं पानी की बर्बादी भी वातावरण को सीधा नुकसान पहुंचती है। पानी का उतना ही इस्तेमाल करें जितना जरूरी है। पानी को संरक्षित करना बेहद जरूरी है वरना आने वाला समय भयावह होगा।
वातावरण को प्रदूषित करने के लिए निजी वाहनों का उपयोग भी जिम्मेदार है। आजकल हर किसी के पास अपना निजी वाहन है जो ऊर्जा की बर्बादी करता है। जलने वाला पेट्रोल वायु प्रदूषण फैलाने में मदद करता है। सार्वजनिक वाहन का उपयोग काफी हद तक प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।
विद्युत का अधिक उपयोग करने से कार्बन का उत्सर्जन होता है जो कि वातावरण को सीधा नुकसान पहुंचता है। बिजली का उपयोग उतना ही करना चाहिए जितना की जरूरी हो। अधिक मात्रा में बिजली का इस्तेमाल वातावरण के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में ऊर्जा की बचत करना और नवीनीकरण ऊर्जा का इस्तेमाल बेहतर विकल्प होगा।
कचरे का प्रबंधन सही तरीके से न होने के कारण भी वातावरण में तेजी से प्रदूषण बढ़ रहा है। अगर कचरे को पुर्नचक्रण किया जाए और उसका निपटान किया जाए तो गंदगी बढ़ने से रोकी जा सकती है।
इंसान तेजी से एसी का इस्तेमाल कर रहा है और धुएं वाली चीजें जला रहा है जो बातें बिल्कुल सही नहीं है। वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करना होगा और साथ ही पेड़ पौधों को अधिक लगाना होगा।