
Tips to avoid overloading washing machine: रोजाना कपड़े धोने की बजाय, ढेर सारे कपड़े इकट्ठा करके एक साथ धोना बहुत थका देने वाला काम होता है। कई लोगों को कपड़े धोना बिल्कुल पसंद नहीं होता। जिनके पास वॉशिंग मशीन नहीं है, उनके लिए तो ये और भी मुश्किल है, और जिनके पास है, उनके सामने अलग ही समस्याएँ होती हैं। "हमारी मशीन ज़्यादा कपड़े नहीं धोती, आवाज़ करती है, गंदगी नहीं जाती, ये कपड़ा इसमें नहीं डाल सकते" - ऐसी कई समस्याएँ आती हैं। ज़्यादातर घरों में एक से ज़्यादा बार कपड़े धोने पड़ते हैं। ऐसे में कुछ तरीके अपनाने ज़रूरी हैं। अगर आप नीचे दी गई गलतियाँ करते हैं, तो कपड़े साफ़ नहीं होंगे।
अगर आपकी वॉशिंग मशीन बहुत बड़ी नहीं है, तो याद रखें कि इसमें कम पानी आता है। ज़्यादा पानी भरने की कोशिश ना करें। इससे सारे कपड़े अंदर समा नहीं पाएंगे। मशीन पर दिए गए निशान तक ही पानी भरें।
अगर आप बहुत भारी कपड़े एक साथ डालते हैं, तो कई हल्के कपड़े उनमें फँस सकते हैं। ऐसे में आपको हल्के और भारी कपड़ों को अलग-अलग धोना चाहिए। हल्के कपड़ों के साथ एक या दो भारी कपड़े ही डालें। इस तरह कपड़े जल्दी और अच्छे से धुलेंगे। बार-बार मशीन चलाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन सफ़ेद कपड़े धोते समय ऐसा ना करें, क्योंकि उन पर दूसरे कपड़ों का रंग लग सकता है।
कई लोग सोचते हैं कि ज़्यादा डिटर्जेंट से कपड़े अच्छे से धुलेंगे। लेकिन अगर आपकी मशीन छोटी है, तो झाग ऊपर आ जाएगा। ऐसा बार-बार होने पर मशीन के ऊपर साबुन की परत जम सकती है। इससे कपड़े धोने की क्षमता पर भी असर पड़ता है।
ज़िद्दी दाग वाले कपड़ों के लिए वॉशिंग मशीन अच्छी होती है। लेकिन हर तरह के कपड़े मशीन में नहीं धोने चाहिए। कुछ कपड़े हाथ से धोना बेहतर होता है, वरना समय और पैसा दोनों बर्बाद हो सकते हैं। मशीन में लेस वाले कपड़े, फैंसी ब्रा, ऊनी टोपी, मोतियों वाले कपड़े, रेनकोट वगैरह ना डालें।