
Fancy Chikankari Saree: चिकनकारी साड़ी की शुरुआत 16वीं से 17वीं सदी में मुगल दरबार में हुई थी। चिकनकारी लखनऊ की चिकनकारी देश दुनिया में प्रसिद्ध है। चिकनकारी को 17वीं सदी में खास पहचान मिली। चिकनकारी को लखनऊ की प्रसिद्ध कला माना जाता है। साड़ी के साथ ही सूट में भी चिकनकारी देखने को मिलती है। अगर आपने अब तक चिकनकारी की साड़ी नहीं पहनी है तो अपने वॉर्डरोब में जरूर शामिल करें। जानिए कैसे गर्मियों में चिकनकारी साड़ी आपके रूप को निखार देंगी।
प्योर ऑर्गेंजा पिछवाई एंब्रॉयडरी कटवर्क बॉर्डर साड़ी दिखने में काफी रॉयल लग रही है। साड़ी के बॉर्डर में कमल के फूल और पत्तियों का खूबसूरत वर्क किया गया है। आप भी अपने वॉर्डरोब में ऐसी साड़ी रख सकते हैं।
प्योर टसर सिल्क साड़ी में सफेद धागों से एंब्रॉयडरी की गई है। डबल घिचा पल्लू और स्पेशल टैशल साड़ी को बेहद खूबसूरत बना रहा है। आप हल्के से गहरे रंग की साड़ी के साथ एलिगेंट लुक पा सकती हैं। चाहे तो गोल्डन बॉर्डर वाला पल्लू चुनें और खूबसूरत दिखें।
प्योर ऑर्गेंजा कटवर्क साड़ी में आपको एक नहीं बल्कि कई रंग मिल जाएंगे। लाल-हरा या नीले रंग की साड़ी में केवल बॉर्डर मे हैवी एंब्रॉयडरी वर्क मिलेगा। आपको ऑनलाइन ऐसी साड़ियां 3 हजार से 11 हजार की रेंज में मिल जाएंगी।