अक्सर हम अपने सोने और चांदी के गहनों को एक ही बॉक्स या अलमारी में साथ रखते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह शुभ नहीं माना जाता। सोना और चांदी दोनों ही महत्वपूर्ण धातुएँ हैं, लेकिन इनका स्वभाव और ऊर्जा एक-दूसरे से भिन्न होती है। इसलिए इन्हें साथ रखने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आइए, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
सोने और चांदी के गहनों को एक साथ क्यों नहीं रखना चाहिए?
- सोना सूर्य की ऊर्जा से जुड़ा होता है, जो आत्मविश्वास, शक्ति और सकारात्मकता को दर्शाता है।
- चांदी चंद्रमा की ऊर्जा से संबंधित होती है, जो शांति, सुकून और ठंडक प्रदान करती है।
- चूंकि सूर्य और चंद्रमा की ऊर्जा एक-दूसरे के विपरीत होती है, इसलिए वास्तु शास्त्र में इन्हें एक ही स्थान पर रखने से ऊर्जा का असंतुलन माना गया है।
- यह न केवल आर्थिक हानि ला सकता है, बल्कि मानसिक तनाव और नकारात्मकता भी बढ़ा सकता है।
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सोने के गहनों के साथ हल्दी की गांठ क्यों रखनी चाहिए?
- सोने को ग्रहों में गुरु (बृहस्पति) का प्रतीक माना जाता है, और हल्दी भी बृहस्पति ग्रह से संबंधित होती है।
- हल्दी की गांठ रखने से सोने के गहनों की ऊर्जा और बढ़ती है और यह धन, समृद्धि और भाग्य को आकर्षित करता है।
- यह नकारात्मक शक्तियों से बचाने और धन की वृद्धि में मददगार माना जाता है।
- यदि आप सोने के गहनों को तिजोरी में रखते हैं, तो हल्दी की गांठ के साथ रखने से धन का ठहराव होता है और पैसों की आवक बनी रहती है।
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चांदी के गहनों के साथ चावल के कुछ दाने क्यों रखने चाहिए?

- चांदी चंद्रमा का धातु मानी जाती है और चावल भी चंद्रमा से संबंधित होता है।
- चांदी के गहनों के साथ चावल रखने से शांति, सुख-समृद्धि और मानसिक शीतलता बनी रहती है।
- यह वास्तु दोष को दूर करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखता है।
- चावल के दाने रखने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और अचानक आने वाली पैसों की तंगी से बचा जा सकता है।
क्या होता है अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाए?
- यदि आप सोने और चांदी के गहनों को साथ रखते हैं और हल्दी या चावल नहीं रखते, तो इसका प्रभाव आपकी आर्थिक स्थिति और मानसिक शांति पर पड़ सकता है।
- अचानक आर्थिक नुकसान हो सकता है।
- व्यापार या नौकरी में बाधाएँ आ सकती हैं।
- मानसिक तनाव और पारिवारिक अशांति बढ़ सकती है।
- गहनों की ऊर्जा प्रभावित होने से पैसों की कमी या धन की रुकावट आ सकती है।