
बालकनी में ग्रीन कॉर्नर का सपना हर किसी का होता है, लेकिन मिट्टी की खुदाई, गंदगी और मेहनत की वजह से अक्सर लोग शुरू ही नहीं कर पाते। आज हम बता रहे हैं No-Dig Gardening यानी बिना खुदाई वाली गार्डनिंग का आसान तरीका। जिसे आप घर की बालकनी, टैरेस या छोटे स्पेस में आराम से कर सकते हैं। इस टेक्निक को फॉरेन में काफी अपनाया जाता है, क्योंकि इसमें न मिट्टी खोदनी होती है, न बैक-ब्रेकिंग मेहनत करनी पड़ती है। बस लेयरिंग और सही प्लेसमेंट से पौधे लग जाते हैं और बालकनी एक खूबसूरत मिनी गार्डन में बदल जाती है।
नो-डिग गार्डनिंग का पहला रूल है कि डायरेक्ट गंदगी नहीं फैलानी है। सबसे पहले बालकनी के एक हिस्से को अपने गार्डन के लिए चुनें। उस जगह पर कार्डबोर्ड (ऑनलाइन शॉपिंग वाले डिब्बे) की एक लेयर बिछा दें। कार्डबोर्ड हमेशा मिट्टी/गमलों के नीचे से पानी गिरने से रोकता है। इससे मच्छर और कीड़े भी नहीं बनते हैं। आपकी बालकनी की फ्लोरिंग भी सेफ रहती है।
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अब गमलों की जगह अपनाएं। यहां Grow Bags, Wooden Boxes / Fruit Crates, Storage Basket with Plastic Sheet लगाएं। ग्रो बैग्स बेहतर होते हैं? क्योंकि ये हल्के होते हैं, जगह कम लेते हैं, आसानी से शिफ्ट किए जा सकते हैं और साइट पर खुदाई की जरूरत नहीं होती। छोटे स्पेस में वर्टिकल प्लांटर या हैंगिंग पॉट्स लगाएं।
ये No-Dig Gardening का सबसे बड़ा फॉर्मूला है। मिट्टी मिलाने की झंझट खत्म करें। बस रेडी मिक्स पॉटिंग मिट्टी या कोकोपीट संग वॉर्मकंपोस्ट का मिश्रण लें। परफेक्ट रेशियो की बात करें तो 40% Cocopeat, 40% मिट्टी और 20% Vermicompost चुनें।
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अब सिर्फ उंगली से मिट्टी में छोटा सा स्पेस बनाएं और पौधा लगा दें। सर्दियों में बालकनी गार्डनिंग के लिए सबसे आसान प्लांट मनी प्लांट, सिनगोनियम, तुलसी, स्नेक प्लांट, एलोवेरा और मौसमी फूलों में पेटुनिया, गेंदा, डायन्थस हैं। इनको लगाना आसान होता है और इनसे गंदगी भी कम फैलती है। इनको सिर्फ लगाएं और बढ़ते पौधों को देखें।
बालकनी प्लांट के आसपास कोकोपीट, सूखे पत्ते, लकड़ी के छोटे टुकड़े बिछाएं। मल्चिंग के फायदे ये हैं कि पानी कम लगेगा, मिट्टी सूखेगी नहीं और पौधे सर्दियों में भी हरे-भरे रहेंगे। देखा जाए तो मल्चिंग पौधे को कंबल ओढ़ाना जैसा है।