
How to Make Sindoor at Home: सिंदूर खेला इस बार 2 अक्तूबर को मनाया जाएगा। ये त्योहार खासकर पश्चिम बंगाल में मनाया जाता है लेकिन अब धीरे-धीरे ये देश के अन्य राज्यों में भी होने लगा है। इस दिन सुहागिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर चढ़ाने के बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं। ऐसे में आप भी शादी के बाद पहली इस फेस्टिवल का हिस्सा बनने जा रही हैं तो बाहर मिलने वाले आर्टिफिशियल सिंदूर की बजाय जानें कैसे घर पर लाल सिंदूर कैसे बनाते हैं। इसे बनाने में ज्यादा वक्त भी नहीं लगेगा और ये स्किन को डैमेज भी नहीं करेंगे।
ये भी पढ़ें- Durga Puja 2025: कब खेला जाएगा सिंदूर खेला? जानिए दुर्गा पूजा की इस अनोखी परंपरा का महत्व
सबसे पहले आप सूखी हल्दी को सुखाकर पेस्ट बना लें। अगर इतना टाइम नहीं है तो आप हल्दी पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। एक ग्राइंडर में हल्दी डालें, उसमें धीरे-धीरे कर नींबू का रस मिलाएं। फिर गुलाब जल और घी डालें आखिर में चूना पाउडर डालकर इसे अच्छे से ग्राइंड कर लें। देखेंगी सिंदूर बनकर तैयार हो जाएगा। आप इसे सिंदूर खेला के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं। वहीं मांग में भरने के लिए सिंदूर चाहिए तो इसमें थोड़ा पानी मिलाकर लिक्विड फॉर्म भी तैयार हो जाएगा।
ये भी पढ़ें- सिंदूर खेला में फैशन की बहार, 300 रु वाले ऑक्सीडाइज्ड बैंगल संग बढ़ाएं हाथों की शान
सिंदूर सुहागिन महिलाओं के सुहाग का प्रतीक है। इसे केवल शादीशुदा महिला ही लगा सकती हैं। जबकि कुमकुम का इस्तेमाल हर पूजा-पाठ में किया जाता है और इसे हर कोई लगा सकता है।
सिंदूर केवल लाल रंग में नहीं आता है। नारंगी और पीले रंग का सिंदूर उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में अधिक प्रचिलत है। इसके अलावा बिहार और यूपी के कई हिस्सों में दुल्हन को गुलाबी रंग का सिंदूर भी लगाया जाता है।
हिंदू धर्म में पति द्वारा हर रोज सिंदूर लगवाने की कोई मान्यता नहीं है लेकिन आजकल ये ट्रेंड खूब पॉपुलर हो रहा है। आप ज्यादा जानकारी के लिए पंडित से संपर्क कर सकती हैं।