
Tomato plant care in monsoon:बरसात में टमाटर काफी महंगा हो जाता है। बाजार से घर पर लाकर रखने पर भी वो गलने लगता है। अगर आप घर में टमाटर के पेड़ लगाकर रखी हैं तो वो आपकी जरूरतों को पूरा कर सकता है। यहां पर हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिसे फॉलो करती है तो टमाटर का पेड़ ढेर सारा फल देगा।
बरसात में टमाटर का पौधा तेजी से बढ़ता है, लेकिन इससे फलों की संख्या नहीं बढ़ती। इसलिए माली सुझाव देते हैं कि नियमित रूप से सकर्स को काटें,ऐसे पौधों की एनर्जी सीधे फलों पर खर्च होती है। इससे काफी मात्रा में फल आएंगे। ऊर्जा सीधे फलों पर खर्च होती है, जिससे फलदाई बढ़ोतरी होती है।
नीम की खली, गोबर और राख को मिट्टी में मिलाने से मिट्टी की उर्वरकता और जलनिकासी दोनों बेहतर होती हैं। यह मिश्रण विशेष रूप से बरसात में पौधों की जड़ों को सड़न से बचाता है।
1 लीटर पानी में लगभग 2 चम्मच दही मिलाकर पौधों पर स्प्रे करें। दही के बैक्टीरिया प्राकृतिक ग्रोथ हार्मोन का काम करते हैं, जिससे फूल झड़ने की समस्या कम होती है और फलन बढ़ता है।
प्लांट को ऐसे जगह पर उगाएं जहां पर पानी रुके नहीं। जलनिकासी अच्छी हो।
बरसात में धूप कम होती है, लेकिन सुबह की हल्की धूप पौधे के क्लोरोफिल बनाने में मदद करती है। यह प्लांट को हेल्दी रखती है।
‘चाइनीज चेरी’, ‘रोमा’, या ‘देशी गोल टमाटर’ जैसी किस्में चुनें,ये बरसात में अच्छी पैदावार देती हैं और जल्दी खराब नहीं होतीं।घर पर अगर 5-6 पौधों से एक महीने में 8 से 10 किलो टमाटर मिल सकते हैं। आप टमाटर गमले में भी लगा सकते हैं।