
हर साल 8 जून को विश्व महासागर दिवस (World Oceans Day) मनाया जाता है। यह दिन हमें यह याद दिलाने के लिए है कि महासागर हमारे जीवन और पृथ्वी के अस्तित्व का मूल हैं। भारत चारों ओर से समुद्रों से घिरा हुआ है, लेकिन बहुत से लोग इसके बारे में अनजाने तथ्य नहीं जानते। यहां हम आपके लिए लाए हैं भारत और विश्व के महासागरों से जुड़े 10 अनजाने और रोचक तथ्य, जो न केवल ज्ञानवर्धक हैं बल्कि आपके नजरिए को भी बदल देंगे।
भारत की समुद्री सीमा लगभग 7,516 किलोमीटर लंबी है, जिसमें मुख्यभूमि, द्वीप समूह (अंडमान, निकोबार, लक्षद्वीप) और तटवर्ती क्षेत्र शामिल हैं।
यह एकमात्र महासागर है जिसका नाम किसी देश (India) के नाम पर पड़ा है – Indian Ocean।
भारत के समुद्री जल में 25,000 से अधिक समुद्री प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से कई दुर्लभ और स्थानिक (endemic) हैं।
अरब सागर की लहरें बंगाल की खाड़ी की तुलना में अधिक तीव्र और ऊंची होती हैं। यही वजह है कि मुंबई और गोवा जैसे स्थानों पर समुद्री गतिविधियां अधिक रोमांचक होती हैं।
बंगाल की खाड़ी में अक्सर चक्रवात (cyclones) बनते हैं, जो भारत, बांग्लादेश और म्यांमार को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। कारण – जलवायु और ऊष्णकटिबंधीय स्थितियां।
विश्व के सभी प्रमुख महासागरों में से हिंद महासागर सबसे छोटा और सबसे गर्म माना जाता है।
गुलद्वारका (गुजरात) के पास स्थित मरीन नेशनल पार्क भारत का पहला समुद्री संरक्षित क्षेत्र है। यहां प्रवाल भित्तियां (coral reefs), समुद्री घास और कई जल जीवों की प्रजातियां पाई जाती हैं।
गंगा नदी बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है और नील नदी भूमध्य सागर में। महासागर नदियों के जल को समेटकर ग्लोबल जल चक्र (Global Water Cycle) को संतुलित करते हैं।
हर साल 80 लाख टन प्लास्टिक कचरा महासागरों में फेंका जाता है, जिससे समुद्री जीवों की मृत्यु होती है और खाद्य श्रृंखला (food chain) प्रभावित होती है। भारत के कई समुद्र तटों (गोवा, चेन्नई, मुंबई) पर सफाई अभियानों की शुरुआत की गई है।