हर बात में कंट्रोल करना चाहता है
अगर आपका पार्टनर आपकी पसंद, दोस्त, पहनावा, यहां तक कि आपके करियर फैसलों को भी कंट्रोल करना चाहता है, तो यह प्यार नहीं, पजेसिवनेस है। सच्चा प्यार आज़ादी देता है, कैद नहीं। आप थोड़े वक्त तक पार्टनर की इस हरकत को बर्दाश्त कर सकती है,लेकिन फिर खुद दुखी रहेंगी और ये क्लेश की वजह बनती जाएगी। अगर बात करने पर पार्टनर का व्यवहार बदलता है तो ठीक है, नहीं तो रास्ता अलग कर लें।