
Crime In Relationship: आज के दौर में पति-पत्नी के रिश्ते से विश्वास और भरोसा नामक शब्द ही गायब हो गया है। जिसका अंजाम इतना दर्दनाक हो रहा है कि लोग सुनकर ही हिल जा रहे हैं। यूपी के बुलंदशहर से एक ऐसी स्टोरी सामने आईं जो काफी परेशान करने वाली है। 31 साल की प्रियंका के गलत कदम की वजह से दो घर बिखर गए।
प्रियंका की शादी गाजियाबाद के रहने वाले 32 अमित चौधरी के साथ हुई थी। लेकिन उसका अफेयर डासना के रहने वाले अब्दुल वाहिद के साथ चल रहा था। पति की गैर मौजूदगी में वो मिलते थे और शारीरिक रिश्ता भी बनता था। पति को जब इस बात की भनक लगी तो उसने इसका विरोध किया। उसने प्रियंका को अफेयर खत्म करने के लिए बोला।
प्रियंका ने शारीरिक संबंध बनाने से किया इंकार
इसके बाद प्रियंका ने वाहिद से दूरी बना ली और फिजिकल होने से भी मना कर दिया। लेकिन वाहिद माना नहीं और जबरदस्ती संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। एक दिन अमित घर पर नहीं था वो वहां आ पहुंचा। प्रियंका ने पहले तो मना किया। लेकिन जब वो नहीं माना तो अपने पति अमित को फोन कर दिया। इसके बाद अमित वहां पहुंचा और पहले वाहिद को जाने को कहा। लेकिन वो नहीं माना और दोनों के बीच बहस होने लगी। इसके बाद प्रियंका ने लोहे की पाइप उठाई और वाहिद के सिर पर वार किया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पति-पत्नी ने शव को कार में डालकर बुलंदशहर के जहांगीराबाद थाने क्षेत्र के जंगल में ले जाकर फेंक दिया। हालांकि जुर्म कभी छुपता नहीं है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या सिखाती है यह घटना?
प्रियंका के एक गलत कदम ने ना सिर्फ उसकी जिंदगी खराब कर दी, बल्कि दो घर भी बर्बाद कर दिया। अगर रिश्ता पारदर्शी नहीं है तो उसमें इमोशनल, मेंटल और सोशल खतरे बढ़ जाते हैं।
शादी से पहले ही सच एक दूसरे को बता देना चाहिए। अगर प्रियंका का अफेयर शादी से पहले था तो उसे किसी और का हाथ थामना ही नहीं चाहिए था। अगर शादी के बाद उसका अफेयर हुआ तो भी सच पति से नहीं छुपाना चाहिए था।
कई बार हम उस प्यार को ढूंढते हैं जो शादी में नहीं मिल रहा, लेकिन बिना पुराने रिश्ते को ठीक से खत्म किए नया रिश्ता शुरू करना सिर्फ दर्द बढ़ा सकता है।
गुस्सा और भावनात्मक उथल-पुथल हमें गलत फैसले लेने पर मजबूर कर सकती है। इसीलिए मानसिक संतुलन बनाए रखना और सही समय पर मदद मांगना जरूरी है।
हर रिश्ता विश्वास, ईमानदारी और बातचीत पर टिका होता है। जब रिश्ते में समस्याएं आएं तो उन्हें छिपाने या भागने की बजाय, समझदारी से हैंडल करना जरूरी है। ये कहानी सिर्फ एक हत्या की नहीं, रिश्तों के टूटने और भावनाओं के भटकने की भी है।