रिलेशनशिप डेस्क. कहते हैं फिजिकल रिलेशनशिप के दौरान जो खुशी और संतोष मन और तन को मिलता है उसका एहसास शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। लेकिन एक पल के लिए शारीरिक सुख को छोड़िए और सोचिए उन चीजों के बारे में जो हमें बिना किसी सेक्सुअल एक्टिविटी के हरा सुकून और खुशी देती हैं। अगर आप यह सोच रहे हैं कि ऐसी कोई चीजें नहीं हो सकतीं, तो ज़रा सोचिए उस आरामदायक एहसास के बारे में जब आप दिन के अंत में तंग जीन्स उतारकर ढीले-ढाले शॉर्ट्स पहनते हैं। आपको पता है वो एहसास। आइए, जानते हैं वो 15 बेहतरीन non-sexual चीजें, जो हमें इतनी खुशी देती हैं
-जब कोई आपसे प्यार से गले लगाता है, खासकर जब आप काम से थक कर ऑफिस से या फिर किचन से निकलते हैं। ऐसे में पार्टनर जब आपको हग यानी गले लगाता है तो क्या वो खुशी एक अलग लेबल का नहीं होता है।
-ठंड में भीगे गीले मोजे को उताकर सूखे मोजे पहनना भी एक अलग ही अनुभव देता है। आपके अंदर जो राहत गर्माहट से आती है उसे भी आप बयां नहीं कर पाते हैं।
-जब आप बुरे सपने से जागते हैं और यह महसूस करते हैं कि वह सिर्फ एक सपना था, तो राहत और शांति का एहसास होता है।
-जब आपकी नाक या कान बंद हो और अचानक कुछ ही सेकंड में खुल जाए, तो राहत और खुशी का एहसास बहुत गहरा होता है।
-रात को अपने पसंदीदा चॉकलेट का एक चम्मच खाने से जो सुख मिलता है, वह शब्दों में नहीं कहा जा सकता।
-कभी आपने अपने शरीर को टॉयलेट जाने के लिए दबाए रखा है? जब आप आखिरकार राहत पाते हैं, तो वह अहसास अनमोल होता है।
-कभी खुद से शक्की सोच बना लेना और फिर बाद में समझना कि सब कुछ ठीक था, वह राहत का अहसास काफी सुकून दे जाता है।
-आपके मेहनत का फल आखिरकार मिलता है और वह ऑफर लेटर आपके हाथों में आता है, वह खुशी का पल बहुत अनमोल होता है।
-लंबी यात्रा के बाद जब आप अपने पैरों को खिंचते हैं, तो वह रेस्ट राहत का एक अलग एहसास आपके अंदर जगाता है।
-आपका कुत्ता अचानक आपके पास आता है और बिना किसी वजह के आपको गले लगाता है, वह सुकून और खुशी का पल कुछ अलग ही होता है।
-मां का गले लगाना और उस सुकून भरे पल को महसूस करना, वह बहुत ज्यादा सुख देने वाला होता है।
-बारिश के बाद मिट्टी से उठने वाली सोंधी महक हमें प्रकृति से जोड़ती है। जब आपके नाक तक मिट्टी की महक जाती है तो उस खुशी को भी बयां करना मुश्किल है।
-ताजा फूलों की महक हमारे मूड को तुरंत खुशगवार बना देती है।
-जब बारिश की बूंदें खिड़की पर टपकती हैं या छत पर गिरती हैं, तो यह सुकून देने वाली आवाज किसी थेरेपी से कम नहीं लगती।
-सुबह-सुबह जब पेट साफ होता है, तो वह हल्केपन का और राहत का अहसास एक अलग ही तरह की खुशी देता है।
इन छोटी-छोटी चीजों से हमें जो खुशी मिलती है, वह बिना किसी शारीरिक जुड़ाव के भी गहरी होती है। कभी-कभी जीवन में हमें सबसे ज्यादा सुकून और खुशी उन्हीं साधारण, रोज़मर्रा की चीजों से मिलती है, जिन पर हम कभी ध्यान नहीं देते। तो अगली बार जब इन चीजों में से कोई अनुभव हो, तो उसका पूरा आनंद लें और महसूस करें कि सच्ची खुशी कहीं और नहीं, बल्कि हमारे आसपास की छोटी-छोटी बातों में छिपी होती है।
और पढ़ें:
टूट रही है शादी, तो 7 सवाल और 4 आदतें आपके रिश्ते को बचा सकती है