
Parenting Guide: आज के दौर में बच्चों की परवरिश करना बहुत ही कठिन है। अगर सही तरीके से पेरेंटिंग ना की जाए तो बच्चे बिगड़ सकते हैं, जिद्दी हो जाते हैं। जिम्मेदारी और संवेदनशील भरे इस सफर में हम अनजाने में ही कई मिस्टेक्स कर देते हैं जिससे बच्चा आत्मकेंद्रित और जिद्दी बन जाता है। आइए जानते हैं ऐसी 5 आम गलतियां जो बच्चे को जिद्दी बना सकती है और जिनसे हर माता-पिता को बचना चाहिए।
आज के दौर में माता-पिता दोनों बहुत बिजी होते हैं ऐसे में बच्चों की बातों को इग्नोर कर देते हैं। जबकि बच्चा अपने मन की बात कहना चाहता है। लेकिन पैरेंट्स की इग्नोरेंस की वजह से उन्हें लगता है कि उनके इमोशन को कोई महत्व नहीं देता है। जिससे वे धीरे-धीरे जिद्दी बनते जाते हैं। वो सिर्फ खुद में सिमटने लगते हैं।
कुछ पैरेंट्स बच्चे की हर मांग को बिना सोचे ही पूरी कर देते हैं, यह आदत भी खराब है। बच्चे को लगने लगता है कि वो जब भी जिद्द करके कुछ भी मांगेंगे तो आप मान जाएंगे। इसलिए वो जिद्दी स्वभाव के होने लगते हैं। ज्यादा लाड-प्यार भी बच्चे को जिद्दी और सेल्फ फोकर्स्ड बना सकती है।
अनुशासन सिखाना जरूरी है, लेकिन शारीरिक दंड से बच्चा और जिद्दी हो सकता है। मा-पीट से बच्चों में डर, गुस्सा और विरोध की भावना जन्म लेती है। इसके अलावा, यह उनके आत्मविश्वास और माता-पिता पर विश्वास को भी नुकसान पहुंचाता है।
आजकल माता-पिता बच्चों को हर वक्त टीवी, गेम्स या एक्टिविटीज़ से व्यस्त रखते हैं ताकि वे खुश रहें। लेकिन हर समय मनोरंजन देने से बच्चे अकेले रहना और खुद को एंगेज करना नहीं सीख पाते। वो अकेले नहीं रह पाते हैं और छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ने और जिद करने लगते हैं।
अगर आप कभी सख्त और कभी बहुत नरम रहते हैं, तो बच्चे के लिए यह समझना मुश्किल हो जाता है कि क्या सही है और क्या गलत। नियमों में निरंतरता और स्पष्टता का न होना बच्चों में उलझन और असहयोग की भावना पैदा कर सकता है। ऐसे में वे विरोध करना सीखते हैं और जिद्दी स्वभाव विकसित होता है।