प्यार, मोहब्बत, इश्क़... इन सबके नाम पर न जाने कितने ही तरह के रिश्ते आजकल देखने को मिलते हैं। हर रिश्ते का अपना एक नाम। लिव-इन रिलेशनशिप तो आज भी बहुत से भारतीयों के लिए हजम करना मुश्किल है। लेकिन जब यही मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया है, तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये रिश्ता कितना आम होता जा रहा है। इसी तरह शादी से पहले डेटिंग, प्रेम-प्रसंग, समलैंगिक संबंध, और भी न जाने क्या-क्या... लेकिन आज हम बात कर रहे हैं एक अलग तरह के रिश्ते की, जिसे कहते हैं पॉकेटिंग रिलेशनशिप। आजकल की युवा पीढ़ी के लिए ये रिश्ता शायद नया न हो। अपने दोस्तों से बातचीत के दौरान उन्हें इसके बारे में पता चल ही जाता होगा।
लेकिन अभी के लिए भारत में ये रिश्ता उतना प्रचलित नहीं है, या यूँ कहें कि ये कुछ खास वर्ग तक ही सीमित है। तो आइए, जानते हैं पॉकेटिंग रिलेशनशिप के बारे में कुछ जरूरी बातें। मान लीजिए आप किसी को डेट कर रहे हैं। वो आपके साथ डेट पर तो आते हैं, आपके साथ घूमते-फिरते हैं, आपके साथ बहुत करीब भी होते हैं। लेकिन वो आपको अपने डेटिंग पार्टनर के रूप में दूसरों के सामने स्वीकार नहीं करते। वो आपको अपने दोस्तों, परिवार वालों से मिलवाने से भी कतराते हैं। बस यही है पॉकेटिंग रिलेशनशिप!
आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्या? क्योंकि आजकल डेटिंग करना आम बात हो गई है। किसी को डेट कर रहे हैं तो क्या हुआ। लेकिन कुछ लोगों के लिए ये इतना आसान नहीं होता। रिश्तों की कद्र न करने वाले इस दौर में सिर्फ़ हवस और शारीरिक इच्छाओं को पूरा करने के लिए रिश्ते बनाए जाते हैं, और फिर तोड़ दिए जाते हैं। ऐसे रिश्तों को गलत कहना आज के समय में बेमानी होगा। लेकिन ऐसे रिश्ते में रहने वाले लोग अपने रिश्ते के बारे में किसी को बताना तो दूर, किसी से मिलवाना भी पसंद नहीं करते। और ऐसे ही रिश्तों को एक नाम दिया गया है - पॉकेटिंग रिलेशनशिप। बहुत से लोगों का मानना है कि अगर आपको पता चले कि आपका डेटिंग पार्टनर आपको पॉकेट कर रहा है, तो उससे दूर हो जाना ही बेहतर है.
पॉकेटिंग एक तरह का डेटिंग शब्द है, जिसमें कोई व्यक्ति अपने साथी को अपने परिवार, दोस्तों और सामाजिक दायरे से छुपा कर रखता है। पॉकेटिंग करने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि हमने पहले बताया, बहुत से लोग ऐसे रिश्तों को छुपा कर रखना ही पसंद करते हैं। उन्हें लगता है कि अगर वो अपने परिवार या किसी और को अपने रिश्ते के बारे में बताएंगे, तो उन्हें उस रिश्ते के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा। चार लोग जान जाएँगे तो रिश्ता आधिकारिक हो जाएगा। माना जाता है कि यही वजह है कि बहुत से लोग अपने डेटिंग पार्टनर को पॉकेट करके रखते हैं। कई बार जाति, धर्म भी आड़े आ जाता है, और लोग पॉकेटिंग करने लगते हैं। इतना ही नहीं, अगर कोई किसी और के पार्टनर को डेट कर रहा है, तो झगड़े से बचने के लिए, या अपने माता-पिता से जानकारी छुपाने के लिए भी पॉकेटिंग का सहारा लिया जाता है। कुल मिलाकर, रिश्तों को लेकर एक नया ही शब्दकोश बनता जा रहा है.