रिलेशनशिप डेस्क. रेप, मर्डर, चोरी, बेईमानी जैसी चीजें समाज में तेजी से फैल रही हैं। इसके पीछे वैसे तो कई सारी वजह हैं। लेकिन अगर हम सुधार का काम घर से शुरू करें तो शायद समाज में इस तरह की घटनाओं में कमी आएगी। दरअसल, मॉर्डन युग में माता-पिता का पूरा फोकस करियर पर शिफ्ट हो गया है। वो बच्चों को वक्त नहीं दे पाते हैं। जिसकी वजह से बच्चों में कुछ ऐसे संस्कार की कमी रह जाती है जो सिर्फ माता-पिता ही सिखा सकते हैं।
बच्चों को सही राह पकड़ाने का काम माता-पिता के हवाले होता है। उन्हें अपने बच्चों को बचपन से ही कुछ ऐसी बातें सिखानी चाहिए जो उन्हें ताउम्र याद रहें। कभी भी उनके कदम गलत दिशा में ना जाएं। बचपन में बच्चों को दी गई सीखें उनके जीवन के आधारभूत मूल्य बन जाती हैं, जो उनके व्यक्तित्व और आदतों को आकार देती हैं। यहां 10 महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं जिन्हें माता-पिता को अपने बच्चों को बचपन से सिखाना चाहिए-
क्षमा और सहनशीलता
क्षमा और सहनशीलता के गुण बच्चों के अंदर माता-पिता को जरूर भरने चाहिए। अगर कोई बच्चा आपके बच्चे के साथ गलत कर रहा है तो उसे बताए कि वो भी उसके साथ गलत ना करें। बल्कि उसे माफ कर दें। दूसरों की गलतियों को माफ करना और उनके विचारों को सहन करना सामाजिक जीवन में शांति और सद्भाव बनाए रखने में मदद करता है।
ईमानदारी
वैसे तो बच्चे बचपन में ईमानदार ही होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे उनके अंदर झूठ बोलने की, बहाने बनाने की आदत बनने लगती है। आप बच्चों को बचपन से ईमानदारी के सच्चाई की अहमियत सिखाएं। यह उन्हें विश्वास योग्य और जिम्मेदार व्यक्ति बनने में मदद करता है।बच्चों को हर हाल में सच बोलने के मोटिवेट करें।
आदर और सम्मान
बच्चों के अंदर अगर दूसरों के प्रति आदर और सम्मान की भावना होगी तो वो किसी के साथ भी अच्छे संबंध बना सकते हैं। वो समाज में बेहतर तरीके से घुल मिल सकते हैं। बड़े होने पर उनके अंदर इगो नहीं आएगा। बच्चों को बड़ों और छोटे दोनों के साथ प्रेम और सम्मान के साथ पेश होने की आदत सिखाएं।
समय की पाबंदी
समय का पालन करना जीवन में अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना विकसित करता है।बच्चों को उनके काम समय पर खत्म करने, स्कूल और गतिविधियों के लिए समय पर तैयार होने की आदत डालें।
विनम्रता
विनम्रता बच्चों को सिखाती है कि दूसरों के साथ उदार और सहयोगात्मक होना जरूरी है।बच्चों को अपनी गलतियों को स्वीकार करने और दूसरों की मदद करने के महत्व को समझाएं।
आत्मनिर्भरता
आत्मनिर्भरता से बच्चे खुद के फैसले लेने में सक्षम होते हैं और आत्मविश्वास विकसित करते हैं। बच्चों को उनका काम करने दें। जैसे खुद से तैयार होना, बैग पैक करना, होमवर्क करना और अपनी चीजों को संभालकर रखना।
अनुशासन और स्वच्छता
बच्चों को साफ-सफाई का महत्व समझाएं। इसके साथ ही अनुशासन के बारे में भी बताएं। उन्हें बताए कि ये दो चीजें उन्हें एक सफल व्यक्ति बनाने में मदद करेगा। बच्चों को उन्हें अपने कमरे की सफाई, हाथ धोने, और समय पर सोने-उठने जैसी आदतें डालने के लिए प्रेरित करें।
स्वास्थ्य और फिटनेस
बच्चों में फिटनेस को लेकर जागरूकता भरें। उन्हें हेल्थ का महत्व बताएं। कैसे उनकी बॉडी और माइंड ठीक से काम करेगी जब वो फिटनेस पर काम करेंगे।उन्हें खेल-कूद में भाग लेने, सही खान-पान और नियमित व्यायाम करने के फायदे बताएं।
आभार और धैर्य
बच्चों को धैर्य रखना सिखाएं। उतावला होने से क्या नुकसान हो सकता है इसके बारे में समझाते रहे हैं। इसके साथ ही आभार व्यक्त करना भी सिखाएं. बच्चों को रोज़ किसी एक चीज़ के लिए धन्यवाद कहने की आदत डालें, चाहे वह छोटी ही क्यों न हो।
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