
Rani Mukherji Parenting Tips:बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी न केवल अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जानी जाती हैं, बल्कि एक समझदार मां भी हैं। वो अपनी बेटी का खूब ख्याल रखती हैं। इसके साथ ही वो उसे हेल्दी फूड खिलाने के लिए रिवर्स साइकोलॉजी को अपनाती हैं। हाल ही में एक बातचीत के दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि कैसे वो बिना जबरदस्ती अपने बेटी को हेल्दी खाना खिलाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
रानी बताती है कि हर दिन आदिरा कहती है, ‘मम्मा, मुझे रसगुल्ला चाहिए’। अब नया ट्रेंड चल रहा है कि बच्चों को मीठे से दूर रखो, चीनी जहर है जिससे मैं भी सहमत हूं। लेकिन मेरा मानना है कि अगर हम बच्चों को हर बात पर मना करें, तो वे और ज्यादा जिद करते हैं। इसलिए मैं बेटी को मना नहीं करती हूं।
रानी मुखर्जी ने आगे कहा कि मैं अब उसको बोलती हूं,' खाओ-खाओ, फिर उसे लगता है, मम्मी ऐसा क्यों बोल रही हैं?' इसके बाद वो खुद सोचती है कि चलो अब करेला खा लेते हैं।
रिवर्स साइकोलॉजी एक मनोवैज्ञानिक तकनीक है, जिसमें सामने वाले को कुछ करने के लिए प्रेरित किया जाता है, लेकिन उसे विपरीत सुझाव देकर। इस तकनीक में व्यक्ति को ऐसा महसूस कराया जाता है कि फैसला उसी का है, जिससे वह सहज रूप से उस काम को कर लेता है।
हालांकि रिवर्स साइकोलॉजी कुछ हद तक काम करती है। लेकिन इससे कुछ खतरा भी पैदा हो सकता है। जैसे बच्चे इससे भ्रमित हो सकते हैं। लंबे समय तक इसे अपनाने से रिश्तों में पारदर्शिता कम होती है। इतना ही नहीं बच्चे माता-पिता की नीयत पर शकर करने लगते हैं।
हालांकी चाइल्ड एक्सपर्ट का मानना है कि रिवर्स साइकोलॉजी की बजाय बच्चों के साथ ईमानदारी और खुलकर बातचीत करना चाहिए।बच्चों से साफ-साफ बात करें कि आप क्या चाहते हैं और क्यों।
बच्चों को धैर्यपूर्व सुनें। उनकी भावनाओं को समझें और खुद को उनकी जगह रखें। इसके साथ ही बच्चों को फैसलों में शामिल करें जिससे उनमें जिम्मेदारी की भावना विकसित होगी। खुलेपन और सच्चाई के साथ रिश्ता बनाएं, जिससे वो आपके साथ अपनी हर बात शेयर करें।